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कलेक्टर की पहल में नवाचार : लाभ और प्रभाव देखने को मिलेंगे आगामी महीनों में

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⚫ लगभग 10 विभागों ने बढ़ाए कदम, अनुकरणीय करेंगे हम

⚫ डायमंड अमरूद, दीदी कैफे, इकाइयों की ब्रांडिंग, खास शिविर, अंगूर वाइन सहित अन्य नवाचार

हरमुद्दा
रतलाम 15 सितम्बर। जिले में कलेक्टर नरेंद्र सूर्यवंशी की पहल पर कई शासकीय विभागों द्वारा सामाजिक सरोकार रखते हुए नवाचार शुरू किए गए हैं जिनके लाभ तथा प्रभाव आगामी महीनों में देखने को मिलेंगे। जिले में लगभग 10 विभागों द्वारा नवाचार हाथ में लिए गए हैं जो राज्य शासन की मंशानुरूप जनहित में प्रारंभ किए गए हैं।

जिले में नवाचारों की जानकारी बुधवार को एक बैठक में रतलाम जिले के भ्रमण पर आई अटल बिहारी वाजपेई इंस्टीट्यूट आफ गुड गवर्नेंस एंड पॉलिसी एनालिसिस की एडवाइजर डॉक्टर स्वाति चौहान द्वारा प्राप्त की गई। चौहान के कार्यालय को नवाचारों की जानकारी विभागों द्वारा विस्तृत रुप से तैयार करके प्रेषित की जाएगी।

डायमंड अमरूद

जिले के उद्यानिकी विभाग के उपसंचालक पी.एस. कनेल ने बताया कि विभाग रतलाम जिले के किसानों की रूचि को देखते हुए रेड डायमंड नामक अमरूद की नई प्रजाति की खेती प्रारंभ करवा रहा है, लगभग 20 हेक्टेयर में रेड डायमंड की खेती की जाएगी। ग्राम आलनिया, रुपाखेडा, तीतरी आदि ग्रामों में किसान रेड डायमंड अमरुद रोपण कर रहे हैं। रेड डायमंड अमरूद मीठा होने के साथ-साथ कीट प्रतिरोधक तथा बीमारियों के विरुद्ध अच्छी प्रतिरोधी क्षमता रखता है।

काजू प्लांटेशन

नवाचारों में उद्यानिकी विभाग का काजु प्लांटेशन भी सम्मिलित है। पायलट बेस पर धोलावाड़ डैम के पास में लगभग 5 हेक्टेयर भूमि में काजू प्लांटेशन की तैयारी की जा रही है जिनकी देखरेख एवं लाभ प्राप्ति का कार्य समीपस्थ रहने वाले आदिवासियों के स्वयं सहायता समूह को मिलेगा। रतलाम ग्रामीण क्षेत्र में एग्रो टूरिज्म सर्किट भी तैयार किया जा रहा है। इसमें एंबी वायनरी, अंगूर की खेती, स्ट्रॉबेरी, अनार, ड्रैगन फ्रूट आदि फसलों का अवलोकन एवं प्रशिक्षण सम्मिलित रहेंगे। उद्यानिकी विभाग जिले में शहद उत्पादन के लिए भी पहल कर रहा है। जावरा क्षेत्र में 24 किसानों की समिति बनाई गई है जिनको शहद उत्पादन के लिए शासन की योजना से अनुदान तथा प्रशिक्षण उपलब्ध कराया जाएगा।

दीदी कैफे

जिले की जनपद पंचायतों में शीघ्र ही दीदी कैफे खुलने वाले हैं। जिला पंचायत की उक्त पहल नवाचारों में शामिल है। दीदी कैफे स्वयं सहायता समूह की महिलाओं द्वारा उत्पादित सामग्री के विक्रय के साथ-साथ रिफ्रेशमेंट स्टॉल के रूप में भी कार्य करेंगे। साथ ही आर्गेनिक सब्जियों का विक्रय भी किया जाएगा।

विशेष शिविर

जिले के आदिवासी विकासखंडों सैलाना तथा बाजना में महिला बाल विकास विभाग तथा स्वास्थ्य विभाग द्वारा नवाचार के तहत आयुष्मति प्रोजेक्ट के माध्यम से गर्भवती महिलाओं की देखभाल के लिए विशेष शिविरों के आयोजन किया जाना है। जिले में बनाए गए 75 अमृत सरोवरों में जिले का मत्स्य विभाग नवाचार के तहत मत्स्य पालन आरंभ करने वाला है। प्रत्येक तालाब में 4 हजार रुपए मूल्य का मत्स्य बीज डाला जाएगा।

इकाइयों की ब्रांडिंग

कलेक्टर श्री सूर्यवंशी के निर्देश पर जिले के उद्योग विभाग द्वारा छोटी-छोटी औद्योगिक इकाइयों द्वारा उत्पादित सामग्री के प्रमोशन के लिए वॉलमार्ट, अमेजॉन जैसे प्लेटफार्म से उक्त इकाइयों को जोड़ा जा रहा है। इस नवाचार द्वारा छोटी औद्योगिक इकाइयों की ब्रांडिंग संभव हो सकेगी। नवाचार के तहत महिला बाल विकास विभाग द्वारा आदिवासी विद्यार्थी, बालिकाओं को यूपीएससी, एमपीपीएससी तथा अन्य महत्वपूर्ण प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारियों के लिए महत्वपूर्ण पहल की गई है। बेटी बचाओ मद से विभाग द्वारा 6 कोचिंग संस्थानों को राशि उपलब्ध कराई जाकर जिला मुख्यालय पर हॉस्टल्स की रहवासी कक्षा ग्यारहवीं की बालिकाओं को प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता के लिए सशक्त रूप से तैयार किया जाएगा।

शुद्ध कच्ची घाणी का सरसों तेल

कृषि विभाग भी अपने नवाचार के तहत जिले में किसानों को शुद्ध कच्ची घाणी का सरसों तेल उत्पादित करने के लिए तैयार कर रहा है। विभाग द्वारा आलोट में किसानों की दो समितियां गठित कर दी गई है। जावरा तथा पिपलोदा में समितियों का निर्माण प्रक्रियाधीन है। सरसों का शुद्ध तेल इलेक्ट्रॉनिक घाणी द्वारा तैयार किया जाता है। रिफाइंड तेल की तुलना में कच्ची घानी का शुद्ध तेल स्वास्थ्य के लिए बेहतर होता है जिसके लिए किसानों को आत्मा परियोजना से रिवाल्विंग फंड उपलब्ध कराया जाएगा, मार्केट उपलब्ध कराने में भी किसानों को मदद की जाएगी।

नर्सरियों में संधारण

इसी प्रकार राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन द्वारा भी मनरेगा के तहत जिले के उद्यानिकी विभाग की 4 नर्सरियों में संधारण तथा उत्पादन का कार्य 50 प्रतिशत लाभ के आधार पर जिले के 4 महिला स्वयं सहायता समूहों को दिया गया है।

यह थे मौजूद

बैठक में जिला उद्योग केंद्र महाप्रबंधक मुकेश शर्मा, महिला बाल विकास कार्यक्रम अधिकारी रजनीश सिन्हा, सहायक संचालक अंकिता पंड्या, जिला खनिज अधिकारी आकांक्षा पटेल, उपसंचालक कृषि विजय चौरसिया, एनआरएलएम के जिला कार्यक्रम प्रबंधक हिमांशु शुक्ला, आईटीआई प्राचार्य यू.पी. अहिरवार, सहायक संचालक शिक्षा विभाग लक्ष्मणसिंह देवड़ा, जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ. वर्षा कुरील उपस्थित थे।

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