दुर्गा नवमी पर विशेष : मन के सब संताप हरो, देकर सत् की शक्ति, सभी मानव जन को, जग से दुराचार का, समूल संहार करो
⚫ मंजुला पांडे
दुर्गा दुर्रमति दूर करो!
मन के सब संताप हरो!
देकर सत् की शक्ति
सभी मानव जन को,
जग से दुराचार का
समूल संहार करो।
शक्ति-आराधना से नित
नौ दिन होता अर्चन तेरा!
संस्कारी जन करता नित
प्रेम भाव से वंदन तेरा !
भिन्न स्वरूप तू नित नौ
दिन में धर कर आती!
हर रूप का भ्रमित मन को
नव नित्य महत्व समझाती!
शक्ति सम्पदा से सम्पन्न
आज हैं नारी कितनी!
नौ रूपों के अर्थ बता
सत्य यह तू उजागर करती!
भक्ति भावना सहज रूप से
मन में जगाकर!जग को सारे
आस्थावान तुम हो बनाती!
रिद्धि-सिद्दी से वर कर सबको,
नवरात्रि रूप में बन बहार
तुम सबकी हो, मन पुलकाती!
⚫ मंजुला पांडे
पिथौरागढ़ (उत्तराखंड)