धर्म संस्कृति अध्यात्म : गीता मंदिर पर 3 दिवसीय ‘अमृत ज्ञान सत्संग’ 19 से
⚫ स्वामी श्री अनन्तदेव गिरि जी महाराज स्वामी वामदेव ज्योतिर्मठ वृन्दावन श्रवण कराएंगे अमृतवाणी
हरमुद्दा
रतलाम, 19 दिसंबर। श्री श्री 1008 महामण्डलेश्वर (जूना अखाड़ा) स्वामी श्री अनन्तदेव गिरि जी महाराज स्वामी वामदेव ज्योतिर्मठ वृन्दावन का रतलाम आगमन हो रहा है। महाराज श्री के मुखारविन्द से 19, 20 एवं 21 दिसंबर को गीता मंदिर पर अमृत ज्ञान सत्संग का आयोजन किया जाएगा।
आयोजन को लेकर गीता मंदिर मित्र निवास पर मंदिर न्यास के न्यासीगणों एवं भक्तगणों की बैठक संपन्न हुई। बैठक में 3 दिवसीय ‘अमृत ज्ञान सत्संग’ के आयोजन की तैयारी पर विचार विमर्श हुआ। चर्चा में बताया गया कि मंदिर में नियमित एकादशी पर भजन संध्या कार्यक्रम दोपहर 3 से 5 व सत्संग का कार्यक्रम 5 से 6 बजे तक किया जाएगा| 20 व 21 दिसंबर को शाम 7 से 8 बजे तक सत्संग कार्यक्रम होगा। कार्यक्रम में धर्मप्रेमीजनों से अधिक से अधिक की संख्या में पधारकर सत्संग का लाभ लेने का आह्वान किया गया।
30 साल से मिल रहा है स्वामी जी का सान्निध्य
ज्ञातव्य है कि स्वामी जी का पिछले 30 साल से रतलाम में आगमन होता रहा है। आपके के श्री मुख से कालिका माता में भागवत कथा का आयोजन किया गया था। स्वामी जी गीता मंदिर परिसर में आज से 10 वर्ष पूर्व गीता जयंती उत्सव के 3 दिवसीय कार्यक्रम में पधारे थे, उस समय बड़ी संख्या में भक्तजनों ने भाग लिया था। लम्बे अंतराल के बाद आपका आगमन रतलाम में हो रहा है।
स्वामी जी मूलतः वृन्दावन में ब्रह्मलीन विरक्त संत शिरोमणी परमहंस स्वामी श्री वामदेव जी महाराज अखण्ड ज्योति आश्रम का संचालन करते है। आश्रम में संस्कृत विद्यालय संचालित है ,जिसमें कई बच्चे संस्कृत एवं वेद की शिक्षा ग्रहण करते है। साथ ही गौशाला का भी संचालन आश्रम के द्वारा किया जाता है।
यह थे बैठक में मौजूद
बैठक में संजय व्यास, दीपक पुरोहित, विरेन्द्र वाफगांवकर, रामेश्वर खण्डेलवाल, मनोहर पोरवाल, बाबूलाल चौधरी, हरीश सुरोलिया, बंशीलाल मजावदिया, रमेश शर्मा, राजेश माहेश्वरी, रजनीश गोयल, बी.एल. पुरोहित आदि मौजूद थे।