व्यंजन उत्सव का समापन : जैविक व्यंजनों का स्वाद सदा रहेगा याद, साप्ताहिक हो आयोजन स्वादुजनों की फरियाद
⚫ अखिल भारतीय ग्राहक पंचायत का कहना जैविक चाहने वालों की होगी अभिलाषाएं पूरी
हरमुद्दा
रतलाम, 3 फरवरी। अखिल भारतीय ग्राहक पंचायत के सहयोग से जैविक व्यंजन महोत्सव के दो दिवसीय आयोजन में शहर के स्वादु जनों का बहुत अच्छा प्रतिसाद मिला। लोगों का कहना था जैविक व्यंजन का स्वाद हमें सदा याद रहेगा। यही इच्छा है कि ऐसे आयोजन साप्ताहिक रूप से होते रहे ताकि जैविक लजीज व्यंजन का स्वाद लेते रहें।
अखिल भारतीय ग्राहक पंचायत के बैनर तले लायंस क्लब के सहयोग से गुरुवार को शुरू हुए जैविक महोत्सव के तहत व्यंजन और जैविक कच्ची खाद्य सामग्री फल, सब्जी, दाल गेहूं, अनाज सहित अन्य सभी वस्तुएं बहुतायत में शहर के जागरूक जन ले गए। अखिल भारतीय ग्राहक पंचायत के राष्ट्रीय संगठन मंत्री दिनकर सबनीस ने भी विभिन्न स्टालों पर जाकर उत्पादकों से चर्चा की और उनके द्वारा बनाए गए जैविक पदार्थों और हर्बल वस्तुओं के गुणों को जाना।
जैविक व्यंजनों का मेला लगना चाहिए साप्ताहिक
जैविक व्यंजनों का स्वाद चखने के बाद राहुल सक्सेना, अनुष्का व्यास, राजेश सक्सेना, सुनील व्यास सहित दर्जनों लोगों ने बताया कि रतलाम शहर में ऐसा आयोजन पहली बार हुआ है। इतने अच्छे लजीज व्यंजन जो कि सेहत के लिए बेहतर हैं, उन्हें चखकर बेहद अच्छा लगा। ऐसे आयोजन साप्ताहिक होने चाहिए ताकि लोगों में और जागरूकता बड़े और जैविक सामग्रियां सहज सुलभ उपलब्ध होती रहे।
जैविक व्यंजन प्रति सप्ताह उपलब्ध कराने की योजना पर होगा जल्द ही निर्णय
अखिल भारतीय ग्राहक पंचायत के प्रदेश सह सचिव अनुराग लोखंडे ने जैविक के चाहने वालों को आश्वस्त किया है कि उनके फोन 94253 290 11 पर संपर्क कर सकते है। उन्हें जैविक फल, सब्जी, दाल, गेहूं सहित अन्य वस्तुएं सुलभ हो जाएगी। जहां तक बात जैविक व्यंजन के मेले की है इसके बारे में शीघ्र ही निर्णय लेकर शहर के विभिन्न क्षेत्रों में ऐसे मेले आयोजित करने की योजना बनाएंगे।
इनका रहा सहयोग
जैविक व्यंजन महोत्सव में नरेश सकलेचा, सत्येंद्र जोशी, श्याम लालवानी, महेंद्र भंडारी, कमल मोदी, संदीप नारेल, राजेश पगारिया, लायंस क्लब के अध्यक्ष हिम्मतसिंह राजपुरोहित, राजेश भार्गव, अमर सारस्वत, श्याम धाकड़, अशोक देवड़ा, मीनू माथुर, रवि पिरोदिया, शरद चतुर्वेदी, मध्यांचल जैविक कृषि विकास समिति के राजेंद्र सिंह राठौड़, चंद्रभानु चौधरी, श्री कृष्ण कामधेनु गौशाला के सुदामा मिश्रा, पूजा कटकानी सहित अन्य सक्रिय सहयोग रहा।