साहित्य सरोकार : ‘सुनें-सुनाएं’  का पांचवां सोपान 5 फरवरी को

⚫ अपने प्रिय रचनाकार की रचना का पाठ होगा

हरमुद्दा
रतलाम, 4 फरवरी। शहर में रचनात्मक वातावरण को बढ़ाने के लिए निरंतर जारी प्रयास ‘सुनें-सुनाएं’ का पांचवा सोपान 5 फरवरी रविवार को प्रातः 11 बजे जी.डी. अंकलेसरिया रोटरी हॉल, एनैक्सी प्रथम तल रतलाम पर होगा। इस आयोजन में अपने प्रिय रचनाकारों की महत्वपूर्ण रचनाओं का पाठ एवं उन पर विमर्श किया जाएगा।

साहित्यकार आशीष दशोत्तर ने बताया कि विगत चार माह से शहर में रचनात्मक गतिविधियों को बढ़ाने तथा साहित्यिक-सांस्कृतिक रुझान रखने वाले लोगों को एक साथ बैठकर विमर्श करने का अवसर उपलब्ध कराने के उद्देश्य से प्रारंभ किए गए ‘सुनें -सुनाएं’  आयोजन के पांचवें सोपान में 8 महत्वपूर्ण रचनाओं का पाठ होगा। आयोजन में तुषार पुरोहित द्वारा ज़ाकिर खान की कविता ‘ मैं शून्य पर सवार हूं ‘ का पाठ, जुझार सिंह भाटी द्वारा सुरेश प्रवासी की रचना का पाठ, भावेश टाटके द्वारा रामधारी सिंह ‘दिनकर’की कविता का पाठ, इन्दु सिन्हा द्वारा हरिवंश राय बच्चन की कविता का पाठ, मयूर व्यास द्वारा मंगलेश डबराल की कविता ‘पिता’ का पाठ, दुष्यंत व्यास द्वारा गोपाल दास नीरज की कविता का पाठ, श्याम सुन्दर भाटी द्वारा ताहिर फ़राज़ की रचना ‘मां’ का पाठ, ग़ुलाम ग़ौस शिरानी द्वारा साहिर लुधियानवी की ग़ालिब पर नज़्म का पाठ किया जाएगा।

रचनात्मकता के पक्षधर सुधिजनों से उपस्थित रहने का आग्रह

साहित्यकार विष्णु बैरागी ने बताया कि इस कार्यक्रम की अवधि  एक घंटा  प्रातः 11 से 12 तक निर्धारित है। इसमें 45 मिनट तक रचनाओं का पाठ होता है और 15 मिनट रचनाओं पर सार्थक विमर्श । आयोजन में कोई भी अपनी रचना नहीं पढ़ते हुए अपने प्रिय रचनाकार की रचना भी बगैर किसी भूमिका के पढ़ता है। ‘सुनें -सुनाएं’ ने रचनात्मकता के पक्षधर सुधिजनों से उपस्थित रहने का आग्रह है।

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