बड़ा हादसा टला : ओंकारेश्वर पुल का तार टूटा, कोई जनहानि नहीं, कुछ समय पूर्व हुई जांच में सब कुछ था ठीक
⚫ 3 दिन बाद ही है महाशिवरात्रि का पर्व
⚫ 18 फरवरी को तो तार टूटता तो हो सकता था बहुत बड़ा हादसा
⚫ तार टूटने की हो रही है जांच
हरमुद्दा
ओंकारेश्वर, 15 फरवरी। बुधवार को सुबह ओंकारेश्वर में पुल का तार टूटने से बड़ा हादसा टल गया है यदि यही तार शनिवार को टूटता तो काफी दर्दनाक दिल दहलाने वाला हादसा हो सकता था। क्योंकि 18 मार्च को ही महाशिवरात्रि पर्व है और ओंकारेश्वर जाने वालों की भीड़ के कारण कुछ भी हो सकता था। तार टूटने की जांच की जा रही है। जबकि कुछ माह पूर्व की गई जांच में सब कुछ ठीक था। देश के 12 ज्योतिर्लिंगों में ओंकारेश्वर भी शामिल है, जहां पर भक्तों का तांता लगा रहता है।
ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग तक पैदल पहुंचने के लिए बनाया गया पुल का एक तार टूट गया। गनीमत रही कि इसकी वजह से कोई हादसा नहीं हुआ। ये तार कब और कैसे टूटा इसकी जांच की जा रही है। झूले का तार टूटने के बाद पुल का आवागमन बंद कर दिया गया है।
18 साल पहले बना था पुल
पुल का तार टूटने के बाद एनएचडी सी कंपनी के अधिकारी पहुंचे और पुल पर आने जाने से लोगों को मना किया। इसके बाद स्थानीय पुलिस ने रोक लगा दी। इसके अलावा पुल का मेंटिनेंस करने वाले कर्मचारियों को सूचना दी। फिलहाल पुल का तार उससे पड़ने वाले दबाव की वजह से टूटा या फिर किसी अराजकतत्व ने ऐसा किया है। इसकी जांच की जा रही है। साथ ही साथ बताया जा रहा है कि पुल का निर्माण 18 साल पहले हुआ था। इसके बाद से बीच बीच में अगर कुछ गड़बड़ी आती है तो उसकी जांच की जाती है।
कुछ दिन पहले हुई थी जांच, तब बताया गया था सुरक्षित
कुछ दिन पहले गुजरात के मोरवी में झूला पुल गिरने की वजह से कई लोगों की जान गई थी। जिसके बाद एमपी के खंडवा में स्थित ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग के झूला पुल की भी जांच की गई थी। तब इसे यह पूरी तरह सुरक्षित बताया गया था। कहा जा रहा है कि तार टूटने की वजह से पुल पर ज्यादा असर नहीं पड़ेगा। मरम्मत करने के बाद इसकी स्थिति फिर से ठीक हो जाएगी। हम शिवरात्रि पर यहां दर्शन करने आने वाले श्रद्धालुओं की बात करें तो यहां पर काफी भक्तों का तांता लगने वाला है।