सामाजिक सरोकार : अमर बलिदानी हेमू कालाणी जन्मशताब्दी समापन समारोह का भव्य आयोजन 31 मार्च को
⚫ भाजपा प्रदेश महामंत्री की मौजूदगी में हुई कार्यसमिति की बैठक
⚫ आर एस एस के सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत होंगे शामिल
⚫ देश भर से बड़ी संख्या में जुटेगा सिन्धी समाज
हरमुद्दा
रतलाम, 6 मार्च। अमर बलिदानी हेमू कालानी जन्म शताब्दी समारोह का आयोजन चल रहा है। इस समारोह का समापन 31 मार्च को भोपाल में आयोजित किया जाएगा। आयोजन में आर एस एस के सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत मौजूद रहेंगे। समापन उत्सव में देश के विभिन्न राज्यों से समाज जन शामिल होंगे। आयोजन को लेकर कई निर्णय भाजपा के प्रदेश महामंत्री भगवान दास सबनानी की मौजूदगी में हुई कार्यसमिति की बैठक में लिए गए।
युवा शाखा प्रदेश अध्यक्ष विनोद करमचंदानी ने बताया कि भारतीय स्वाधीनता संग्राम में अनगिनत क्रांतिकारियों ने अपना बलिदान दिया। इनमें कई ज्ञात व अज्ञात युवा क्रांतिकारी भी शामिल हैं। ऐसे ही एक युवा क्रांतिकारी के रूप में सिन्ध के सपूत हेमू कालाणी ने मात्र 19 वर्ष की अल्पायु में हंसते-हंसते फांसी के फंदे को चूमते हुए, इंकलाब जिंदाबाद तथा भारत माता की जय के नारे लगाते हुए अपना जीवन माँ भारती के चरणों में बलिदान कर दिया।
लाल परेड मैदान भोपाल में होगा समापन उत्सव
वीर युवा क्रांतिकारी का यह जन्मशताब्दी वर्ष चल रहा है जिसके अंतर्गत देश भर में अमर बलिदानी हेमू कालाणी जी को समर्पित विभिन्न आयोजन किए जा रहे हैं, इसी श्रंखला में आगामी 31 मार्च 2023 को भोपाल स्थित लाल परेड मैदान में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के परमपूज्यनीय सरसंघचालक डॉ. मोहनराव भागवत की उपस्थिति में एक भव्य आयोजन होगा।
इस तरह विभिन्न आयोजन हुए पूरे वर्ष भर
इसके पूर्व, 23 मार्च 2022 से आरम्भ हुए जन्मशताब्दी वर्ष में दौरान भारतीय सिन्धू सभा तथा समाज की विभिन्न संस्थाओं द्वारा देश भर में सतत कई आयोजन किये गए जिनमे से कुछ प्रमुख आयोजन निम्नानुसार हैं।
⚫ राजस्थान प्रान्त में शहीद रथ यात्रा निकाली गई।
⚫ गुजरात मे खेल आयोजन किये गए।
⚫ महाराष्ट्र में संगोष्ठियों के आयोजन हुए।
⚫ छत्तीसगढ़ में नाट्य मंचन तथा संगोष्ठियां आयोजित हुईं।
⚫ मध्यप्रदेश के विभिन्न शहरों में काव्य गोष्ठियां तथा अन्य सांस्कृतिक आयोजन हुए।
⚫ दिल्ली व उत्तरप्रदेश में कई नगरों में युवाओं से सम्बंधित आयोजन संपन्न हुए।
⚫ पश्चिम बंगाल, कर्नाटक व उड़ीसा में रचनात्मक कार्यक्रम आयोजित किये गए।
समापन समारोह में एक लाख से अधिक समाज जन होंगे शामिल
31 मार्च 2023 को भोपाल में होने वाले राष्ट्रीय स्तर के इस आयोजन में मध्यप्रदेश, उत्तरप्रदेश, राजस्थान, महाराष्ट्र,गुजरात, दिल्ली, छत्तीसगढ़ सहित दक्षिण भारत से एक लाख से अधिक की संख्या में समाजजन को आमंत्रित किया गया है। इस समारोह में देश भर से सिन्धी समाज के संतजन को भी आशीर्वाद देने के लिए आमंत्रित किया गया है।
इन संतों की मिल गई स्वीकृति
अभी तक जिन सन्तों की स्वीकृति प्राप्त हुई है उनमें महामंडलेश्वर साईं हंसराम जी (भीलवाड़ा), अखिल भारत सिन्धु सन्त समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष साईं खिम्यादास जी (सतना), महामंत्री साईं हँसदास जी (रीवा), शदाणी दरबार के गद्दीनशीन साईं युधिष्ठिरलाल जी (रायपुर), वसणशाह दरबार(कल्याण) से साईं कालीराम जी,साईं डॉ. सन्तोषदास जी (अमरावती), सन्त कंवरराम आश्रम के गद्दीनशीन साईं राजेश लाल जी (अमरावती), प्राचीन श्री झूलेलाल मन्दिर भरूच से ठकुर मनीषलाल जी, शिव शांति आश्रम लखनऊ से साईं मोहनलाल जी प्रमुख हैं।इनके अलावा विभिन्न क्षेत्रों जैसे न्यायिक सेवा, अखिल भारतीय प्रशासनिक एवं पुलिस सेवा, राजनीति, शिक्षा, कला, संगीत, साहित्य, फ़िल्म जगत, उद्योग जगत में ख्याति अर्जित कर चुके। सिन्धी समाज के विशिष्टजन को भी इस कार्यक्रम में आमंत्रित किया जा रहा है।
भव्य प्रदर्शनी में क्रांतिकारियों के गौरवशाली इतिहास से होंगे रूबरू
भव्य समारोह में देश भर से शामिल हो रहे समाजजन जहां एक ओर स्वाधीनता के महासमर के नायक शेरे-सिन्ध हेमू कालाणी का पावन स्मरण कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे। स्वाधीनता संग्राम में सिन्ध के योगदान पर आयोजित प्रदर्शनी के माध्यम से हेमू कालाणी व सिन्ध के अन्य क्रांतिकारियों के गौरवशाली इतिहास से भी रूबरू होंगे। एक अन्य प्रदर्शनी के माध्यम से सिन्ध के प्रमुख नगरों एवं विभिन्न दर्शनीय स्थानों को भी आकर्षक ढंग से प्रदर्शित किया जाएगा।
व्यंजनों की लगेगी स्टाल, होगा स्मारिका का विमोचन
इस अवसर पर सिन्धी व्यंजनों के स्टॉल निश्चित ही सभी के लिए विशेष आकर्षण का केंद्र रहेंगे। इस अवसर पर सिन्ध के स्वतंत्रता सेनानियों पर केंद्रित एक स्मारिका का विमोचन भी किया जाएगा।
प्रेरणा लेने का आह्वान
हमारा प्रयास यह भी है कि अमर बलिदानी हेमू कालाणी जन्मशताब्दी समारोह के अंतर्गत हो रहे इस भव्य आयोजन के माध्यम से सिन्ध के गौरवशाली व समृद्ध इतिहास, स्वाधीनता की लड़ाई में सिन्ध के योगदान के साथ ही सिन्धी साहित्य, सिन्धी वेशभूषा, सिन्धी खान-पान के भव्य प्रदर्शन से युवा पीढ़ी को सिन्ध व सिन्धियत की न केवल विस्तृत जानकारी प्राप्त हो बल्कि इस सबको देखकर उसे गौरव का अनुभव भी हो साथ ही युवा पीढ़ी हेमू कालाणी व उन जैसे अनेक वीर क्रांतिकारियों की जानकारी प्राप्त कर उनसे प्रेरणा ले।