मुद्दा बॉडी बिल्डिंग का : कांग्रेस के आयोजन में भाजपा के पूर्व मंत्री भी साथ, अब आएगा भाजपा में भूचाल
⚫ धानमंडी स्थित श्री हनुमान मंदिर पर आयोजित हनुमान चालीसा पाठ में हुए शामिल
⚫ पूर्व महापौर पारस सकलेचा, पूर्व गृहमंत्री हिम्मत कोठारी और कांग्रेस अध्यक्ष कटारिया एक साथ
हरमुद्दा
रतलाम, 6 मार्च। शहर में हुए बॉडी बिल्डिंग प्रतियोगिता आयोजन में अश्लीलता परोसने पर कांग्रेस सहित शहरवासी खासे नाराज है। कांग्रेस के आह्वान पर सोमवार को धानमंडी स्थित श्री हनुमान मंदिर पर हनुमान चालीसा का पाठ किया गया, जिसमें प्रदेश के पूर्व गृहमंत्री हिम्मत कोठारी, पूर्व महापौर पारस सकलेचा और शहर कांग्रेस अध्यक्ष महेंद्र कटारिया एक साथ नजर आए। कांग्रेस के साथ हिम्मत कोठारी के आने से भाजपा में भूचाल आ गया है।
उल्लेखनीय है कि बॉडी बिल्डिंग प्रतियोगिता में हनुमान जी की प्रतिमा के समक्ष महिलाओं ने शरीर सौष्ठव प्रतियोगिता में हिस्सा लिया और अशालीनता का परिचय दिया। इससे पूरा शहर खासा नाराज है। आयोजकों पर सवालिया निशान लगाए हैं। हनुमान जी के समक्ष उनका अपमान हिंदू सहन नहीं कर रहे हैं।
कांग्रेस की बढ़ गई हिम्मत कई गुना
तय कार्यक्रम के अनुसार सोमवार को धानमंडी स्थित हनुमान जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण पूजन के पश्चात हनुमान चालीसा का पाठ शुरू हुआ जिसमें कांग्रेस महापौर प्रत्याशी मयंक जाट, शहर कांग्रेस अध्यक्ष महेंद्र कटारिया, पूर्व महापौर पारस सकलेचा के साथ जब प्रदेश के पूर्व मंत्री और भाजपा के कद्दावर नेता हनुमान चालीसा पाठ में बैठे तो कांग्रेस की हिम्मत कई गुना बढ़ गई। वहीं भाजपा में भूचाल आ गया है। आयोजन में नगर निगम में कांग्रेस नेता प्रतिपक्ष शांतिलाल वर्मा, प्रवक्ता सुजीत उपाध्याय, विजय उपाध्याय, सतीश राठौर सहित कई आमजन भी शामिल हो गए।
जन भावनाओं का किया समर्थन
भाजपा के कद्दावर नेता और पूर्व मंत्री के कांग्रेस के लोगों के साथ नजर आने पर आम जनता का यही मानना है कि सबसे पहले धर्म है और उसके पश्चात पार्टी होती है। पूर्व गृहमंत्री ने कांग्रेस का साथ देकर रतलाम की जन भावनाओं का समर्थन किया है। हिंदूवादी संगठनों को भी अपनी राजनीति रोटियां सेकने की बजाए धर्म की ध्वजा को बचाने के लिए आगे आना चाहिए। आयोजक और आयोजन को समर्थन देने वाले लोगों को जन भावनाओं का सम्मान करना चाहिए और बिना किसी गुरेज के शहर की जनता से प्रदेश की जनता से माफी मांगना चाहिए। हनुमान जी का अपमान हिंदुस्तान सहन नहीं करेगा।
फोटो : राकेश पोरवाल