सामाजिक चेतना केन्द्रों पर लगभग 1120 असाक्षर परीक्षा में हुए सम्मिलित, दल ने जांचा परीक्षा केंद्रों की व्यवस्थाओं को
⚫ असाक्षरों को साक्षर बनाने के लिए नवभारत साक्षरता कार्यक्रम
हरमुद्दा
पिपलोदा, 19 मार्च। नवभारत साक्षरता कार्यक्रम के तहत सामाजिक चेतना केन्द्रों पर विकासखंड पिपलोदा मैं 70 परीक्षा केंद्रों पर लगभग 1120 असाक्षर परीक्षा में सम्मिलित हुए।
जनपद शिक्षा केंद्र के खंड स्रोत समन्वयक प्रदीपसिंह बेस, साक्षरता समन्वयक रामकृष्ण उपाध्याय, सह समन्वयक नानालाल नायमा ने बताया गया कि परीक्षा को सकुशल तरीके से संपन्न कराने के लिए शिक्षा विभाग ने राज्य शिक्षा केन्द्र के निर्देशानुसार तैयारी की गई थी।
विकासखंड में असाक्षरों को साक्षर बनाने के लिए नवभारत साक्षरता कार्यक्रम चलाया जा रहा है। इसमें 15 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के असाक्षरों को चिन्हित कर अक्षर साथी के माध्यम से दीक्षा पोर्टल पर पंजीकृत कर ग्राम में सामाजिक चेतना केंद्र पर अक्षर साथियों ने कक्षाओं का संचालन कर इन्हें पढ़ाया गया। विशेष व सरल सामग्री पद्धति से शिक्षण कार्य कराया गया था। जिसमें हिंदी व गणित, मात्रा ज्ञान, स्वर ज्ञान, आओ शब्द बनाएं, गिनती, जोड़- घटाना ,गुणा-भाग करना सिखाया गया।
विकासखंड में चले इस अभियान में 1305 असाक्षर लोगों को साक्षर बनाया गया। आज 19 मार्च को इन नव साक्षरों का मूल्यांकन के साक्षरता परीक्षा आयोजित की गई। इसमें लगभग 1120 परीक्षार्थी सम्मिलित हुए। विकासखंड साक्षरता परीक्षा का निरीक्षण जिला साक्षरता अधिकारी एवं जिला परियोजना समन्वयक मोहनलाल सासरी ने भी विकासखंड के कई केंद्रों का सघन निरीक्षण किया गया तथा मूल्यांकन केंद्रों की व्यवस्थाओं को जांचा।
मॉनिटरिंग टीम का किया गठन
मूल्यांकन परीक्षा के लिए विकासखंड से मॉनिटरिंग टीमों का भी गठन किया गया था। इसमें खंड अकादमिक समन्वयक रामदयाल आंजना, बालाराम चौहान, सत्यनारायण राठौड़, जनशिक्षक अंबाराम बोस, मोहनसिंह सोलंकी, सोमेशकुमार बारगल, हरिशंकर रावल, मोहम्मद शाहिद खान, घनश्याम बैरागी, मुकेश कुमार राठौड़, बसंतीलाल पाटीदार, रामप्रसाद पाटीदार, भोपालसिंह राठौर, नितिन दुबे ने विभिन्न सामाजिक चेतना केंद्र का निरीक्षण किया।