सांस्कृतिक सरोकार : विक्रमोत्सव का आयोजन 26 मार्च को, विक्रमादित्य कालीन सिल-सिक्कें, हथियार एवं अन्य सामग्रियों की लगेगी महत्वपूर्ण प्रदर्शनी
⚫ राजा भोज जनकल्याण सेवा समिति द्वारा अयोजन
हरमुद्दा
रतलाम, 24 मार्च। राजा भोज जनकल्याण सेवा समिति द्वारा 26 मार्च, रविवार को विक्रमोत्सव का आयोजन डॉ. कैलाशनाथ काटजू विधि महाविद्यालय सभागृह, रतलाम में किया जा रहा है। समारोह में अश्विनी शोध संस्थान द्वारा विक्रमादित्य कालीन सिल-सिक्कें, हथियार एवं अन्य सामग्रियों की महत्वपूर्ण प्रदर्शनी भी लगाई जाएगी।
यह जानकारी देते हुए संस्था के राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेन्द्रसिंह पंवार ने बताया कि संस्था द्वारा इस अवसर पर “भारतीय काल गणना पर आधारित विक्रम संवत और इसके प्रवर्तक चक्रवर्ती सम्राट विक्रमादित्य के व्यक्तित्व” को लेकर महत्वपूर्ण संगोष्ठी का आयोजन विधि महाविद्यालय में दोपहर पश्चात 12.30 बजे से किया गया है।
इनका रहेगा आतिथ्य
इस अवसर पर समारोह में मुख्य अतिथि के रुप में श्रीमती चन्द्राकुमारीजी (सैलाना महारानी साहब) उपस्थित रहेंगी और समारोह की अध्यक्षता वरिष्ठ साहित्यकार डॉ मुरलीधर चांदनीवाला करेंगे।
यह करेंगे विचार व्यक्त
आयोजित संगोष्ठी में डॉ. आर. सी. ठाकुर (अश्विनी शोध संस्थान महिदपुर), डॉ. विक्रमसिंह भाटी (निदेशक नटनागर शोध संस्थान सीतामऊ), डॉ. ध्रुवेन्द्रसिंह जोधा (शोध अधिकारी डॉ. वाकणकर शोध संस्थान भोपाल ), डॉ. सुरेन्द्र शक्तावत (इतिहासकार एवं पुरातत्व वेत्ता) “विक्रम संवत नववर्ष और विक्रमादित्य के व्यक्तित्व ” पर अपने विचार व्यक्त करेंगे।
आयोजन में शामिल होने का आह्वान
आयोजन के प्रमुख सहयोगी रामप्रतापसिंह राठौर, आशीष दशोत्तर, नरेन्द्रसिंह राठौर, दिनेश शर्मा, धीरेन्द्रसिंह सरवन, बहादुरसिंह सोनगरा, राजेश शर्मा, गजेन्द्रसिंह चौहान, हेमन्त भट्ट, नीरज शुक्ला, राजेन्द्रसिंह बासिन्द्रा, जी एस जोधा, तृप्तिसिंह सकरारी, सुधा सिंह राठौर, वीणा छाजेड़, कविता सक्सेना, भारती उपाध्याय ने नगरवासियों से अपील की है कि अधिक से अधिक संख्या में उपस्थित होकर नववर्ष और विक्रमादित्य के इतिहास से अवगत हो।