देश में अव्वल : जल संसाधनों के प्रबंधन, संरक्षण एवं संवर्धन के कार्यों में मध्यप्रदेश को मिलेगा “सर्वश्रेष्ठ राज्य” का “राष्ट्रीय जल पुरस्कार”
⚫ जल शक्ति मंत्रालय ने की राष्ट्रीय जल पुरस्कार-2022 की घोषणा
⚫ 11 श्रेणियों में किया जाता है पुरस्कृत
हरमुद्दा
भोपाल, 18 मई। केन्द्रीय जलशक्ति मंत्रालय द्वारा मध्यप्रदेश को जल-संसाधन के बेहतर उपयोग, जल-संरचनाओं के संरक्षण एवं संवर्धन में उत्कृष्ट कार्य के लिए राष्ट्रीय जल पुरस्कार, 2022 की सर्वश्रेष्ठ राज्य श्रेणी में प्रथम स्थान के लिए चुना गया है। पुरस्कार समारोह शीघ्र ही होगा, जिसमें प्रदेश को ट्राफी और प्रशस्ति-पत्र से सम्मानित किया जाएगा। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इस उपलब्धि के लिए मध्यप्रदेश के सभी नागरिक, जन-प्रतिनिधि एवं अधिकारियों को बधाई दी है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में पर्यावरण के साथ सामंजस्य से विकास की ओर सतत आगे बढ़ते रहने में भारत आज विश्व का मार्गदर्शक है। जल-संरचनाओं का संरक्षण, संवर्धन एवं उचित प्रबंधन, पर्यावरण-संरक्षण का एक महत्वपूर्ण घटक है। यह बहुत गौरव की बात है कि समूचा मध्यप्रदेश इस दिशा में एकजुट होकर प्रयास कर रहा है, यह सम्मान मध्यप्रदेश की इसी सोच का प्रमाण है। मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री श्री मोदी एवं केन्द्रीय जल शक्ति मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत के प्रति आभार श्री व्यक्त किया है।
11 श्रेणियों में किया जाता है पुरस्कृत
चतुर्थ राष्ट्रीय जल पुरस्कार अन्तर्गत राज्यों, संगठनों और व्यक्तियों आदि को 11 विभिन्न श्रेणियों-सर्वश्रेष्ठ राज्य, सर्वश्रेष्ठ जिला, सर्वश्रेष्ठ ग्राम पंचायत, सर्वश्रेष्ठ शहरी स्थानीय निकाय, सर्वश्रेष्ठ मीडिया (प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक), सर्वश्रेष्ठ स्कूल, कैंपस उपयोग के लिए सर्वश्रेष्ठ संस्थान श्रेणी में आरडब्ल्यूए/धार्मिक/उच्च शिक्षण संस्थान, सर्वश्रेष्ठ इंडस्ट्री, सर्वश्रेष्ठ एनजीओ, सर्वश्रेष्ठ वॉटर यूजर एसोसिएशन और सीएसआर गतिविधि के लिए सर्वश्रेष्ठ उद्योग की श्रेणी में पुरस्कृत किया जा रहा है। विभिन्न श्रेणियों में पुरस्कार विजेताओं को प्रशस्ति-पत्र, ट्रॉफी और नकद पुरस्कार प्रदान किए जाएंगे।