धर्म संस्कृति : धर्म जागरण का अभिनव, अनुपम और अनुकरणीय आदर्श स्थापित कर चुका ज्ञान यज्ञ, संत महात्मा का दायित्व धर्म के प्रति जागृत करें समाज को

महामण्डलेश्वर स्वामी श्री चिदम्बरानंद सरस्वतीजी

⚫ चेतन्य काश्यप फाउंडेशन एवं श्री हरिहर सेवा समिति द्वारा आयोजित श्रीमद् भागवत कथा ज्ञानयज्ञ का पांचवा दिन

⚫ मुख्य अतिथि सांसद सुधीर गुप्ता, स्वामी श्री देवस्वरूपानंद महाराज, सुजान महाराज, बाबा सत्यनारायण मौर्य ने स्वामीजी का स्वागत अभिनंदन कर लिया आशीर्वाद

हरमुद्दा
रतलाम, 2 जून। संत भगवान के प्रतिनिधि के रूप में देश, धर्म और संस्कृति जागरण का कार्य कथाओं के माध्यम से करते है। इसी क्रम में रतलाम में चेतन्य काश्यप फाउंडेशन द्वारा आयोजित ज्ञान यज्ञ धर्म जागरण का अभिनव, अनुपम और अनुकरणीय आदर्श स्थापित कर चुका है। पानी जब सिर से ऊपर निकल जाता है, तब भगवान अवतरित होते हैं। संत महात्माओं का कर्तव्य है कि समाज को धर्म के प्रति जागृत करें। भगवान का अवतार भक्तों के लिए होता है। बिना भक्ति, ज्ञान व बोध के भगवान समझ नहीं आएंगे। भगवान सर्वत्र है, लेकिन दिखाई नहीं देते हैं। लकड़ी के संघर्षण से जैसे अग्नि प्रकट होती है, उसी तरह से तप, तपस्या और चिंतन करने से भगवान प्रकट होते हैं।

यह उद्गार महामण्डलेश्वर स्वामी श्री चिदम्बरानंद सरस्वतीजी महाराज ने चेतन्य काश्यप फाउंडेशन एवं श्री हरिहर सेवा समिति द्वारा आयोजित श्रीमद् भागवत कथा ज्ञानयज्ञ के पांचवे सत्र में भगवान श्री कृष्ण की मनोहारी बाल सुलभ लीलाओं का भजन संकीर्तन के साथ जीवंत वर्णन किया। जिस पर भक्तों ने झूमते, नाचते, गाते हर्ष व्यक्त किया। कथा में मुख्य अतिथि सांसद सुधीर गुप्ता, स्वामी श्री देवस्वरूपानंद महाराज, सुजान महाराज, बाबा सत्यनारायण मौर्य रहे। इनके द्वारा स्वामीजी का स्वागत अभिनंदन किया गया। सांसद गुप्ता ने विधायक श्री चेतन्य काश्यप का सम्मान किया। इस दौरान मोहनलाल भट्ट, मनोहर पोरवाल, गोविंद काकानी, श्रवण काश्यप आदि उपस्थित रहे।

हमेशा भगवान हारा हुआ महसूस भक्तों के सामने

कथा श्रवण कराते हुए स्वामी जी

स्वामीजी ने कहा कि भगवान हमारे दिल, दृष्टि, संबंध, प्रवृत्ति, सोच, विचार में है। भगवान कहते हैं तुम जैसी सोच और दृष्टि रखोगे, मैं उस संबंध को निभाने के लिए तुम्हारे सामने आ जाऊंगा। जीवन में तन, मन, वचन से कोई भी काम करो तो आप सफल होंगे। भगवान भक्त के आगे स्वयं को हमेशा हारा हुआ मानते हैं। घर की नकारात्मक ऊर्जा को खत्म करने के लिए हल्दी, तेल, पानी मिलाकर भगवान के नाम का उच्चारण करके घर में छिड़काव करें। इस प्रयोग से शांति मिलती है।

समाज के प्रति दायित्व निर्वहन करने की प्रवृत्ति है विधायक काश्यप में

स्वामीजी ने कहा कि रतलाम विधायक चेतन्य काश्यप की समाज के प्रति जो दायित्व निर्वाह करने की प्रवृत्ति है, वह एक उदाहरण है। कोरोना की दूसरी लहर के दौरान सबसे ज्यादा ऑक्सीजन की आवश्यकता थी। केंद्र और राज्य सरकार के पहले रतलाम के लिए विधायक काश्यप ने ऑक्सीजन की बुकिंग की। उसके बाद केंद्र और राज्य सरकार ने व्यवस्था की। इसके लिए इनका सम्मान अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भी हो तो कम रहेगा।

हमारी सनातन परंपरा का आधार है कथा : सांसद गुप्ता

कथा में सांसद सुधीर गुप्ता ने कहा कि कथा हमारी सनातन परंपरा का आधार है। कथा जहां होती है, वहीं सनातन जीवन का आनंद रहता है। लोकसभा के नए भवन में धर्म दंड की स्थापना हुई है। प्रधानमंत्री मोदी जी के नेतृत्व में पूरी दुनिया में धर्म और आध्यात्म का प्रचार हो रहा है। विधायक काश्यप जी सेवा संकल्पों को पूरा करने में लगे हुए है। कथा का आयोजन भी धर्म की सेवा है। कथा के पूर्व बाबा सत्यनारायण मौर्य ने कविता पाठ किया।

सांसद गुप्ता का स्वागत करते हुए विधायक काश्यप
स्वामी जी से आशीर्वाद लेते हुए सांसद गुप्ता
व्यंजनों का भोग लगाते हुए
आरती करते हुए अतिथि

सामाजिक संस्थाओं ने स्वामी जी का किया अभिनंदन

कथा के पूर्व झुग्गी झोपड़ी प्रकोष्ठ, शिक्षक सांस्कृतिक मंच, लायंस क्लब, रतलाम स्थापना महोत्सव समिति, मेढ़ क्षत्रीय स्वर्णकार समाज, कुशाभाऊ ठाकरे मंडल, कटारिया फाउंडेशन, गुर्जर गौड़ ब्राह्मण समाज, रतलाम ओलंपिक एसोसिएशन, श्री सिखवाल ब्राह्मण महिला मंडल, भाजपा जिला अंत्योदय प्रकोष्ठ, राठौर तेली समाज, भाजपा किसान मोर्चा, केशरिया जागृति मंच, सहजयोग, युवक महासंघ, नित्यानंद धाम, हरियाणा गौड़ ब्राह्मण समाज, गुजराती सेन समाज अनंत नारायण मंदिर सहित विभिन्न धार्मिक, सामाजिक एवं सांस्कृति संस्थाओं ने स्वामीजी का स्वागत अभिनंदन किया।

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