सामाजिक सरोकार : रक्षाबंधन पर्व मनाते हुए बुराइयों को छोड़ने का दिलाया संकल्प

सविता दीदी ने कहा बुराई छोड़ते हैं तो परमात्मा का मिलता है आशीर्वाद

सर्किल जिला जेल में ब्रह्माकुमारी बहनों ने 400 कैदियों को बांधे रक्षा सूत्र

हरमुद्दा
रतलाम, 27 अगस्त। ब्रह्माकुमारी बहनों द्वारा 400 कैदी भाइयों को अलौकिक राखी बांधकर ईश्वरीय संदेश दिया गया। उन्हें बुराइयों को छोड़ने का संकल्प दिलाया।

प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय डोंगरे नगर और पत्रकार कॉलोनी सेवाकेंद्र द्वारा जिला जेल में राखी का पर्व मनाया गया।

श्रेष्ठ कर्म से करते हैं परमात्मा भी मदद

सेवा केंद्र संचालिका ब्रह्माकुमारी सविता दीदी ने सभी का स्वागत करते हुए कहा कि हमेशा श्रेष्ठ कर्मों से पुण्य जमा होता है। परमात्मा की मदद मिलती रहती है। रक्षाबंधन परमात्मा के प्रेम के बंधन में बंधना एवं बुराइयों के परतंत्रता से हमेशा के लिए मुक्त होना है। जब हम अपने अंदर की छोटी बड़ी बुराइयों का त्याग करते हैं, तभी हमें परमात्मा से आशीर्वाद मिलता है।

राखी का तिलक, आत्मा स्मृति का तिलक

ब्रह्माकुमारी गीता दीदी ने रक्षाबंधन का आध्यात्मिक रहस्य बताते हुए कहा कि रक्षाबंधन भाई बहनों का परम पवित्र पर्व है। राखी का तिलक आत्मा स्मृति का तिलक है। रक्षा सूत्र सिर्फ एक धागा नहीं बल्कि परमात्मा की ओर से रक्षा का प्रतीक है क्योंकि परमात्मा सदा रक्षा कर सकते हैं। मुख मीठा करवाना अर्थात वाणी व व्यवहार में मिठास लाना है।

मन की शांति के लिए कराया राजयोग का प्रयास

ब्रह्माकुमारी सोनू बहन द्वारा शुद्ध और सकारात्मक विचारों व मन की शांति के लिए राजयोग का अभ्यास कराया गया। ब्रह्माकुमारी आरती बहन द्वारा सभी कैदी भाइयों को अपने अंदर के कोई ना कोई बुराइयों को छोड़ने की दृढ़ प्रतिज्ञा करवाई।

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