शख्सियत : बहु आयामी व्यक्तित्व के धनी सतीश त्रिपाठी

चेहरे पर हमेशा मुस्कुराहट, बड़ी से बड़ी समस्या का तुरंत समाधान, धैर्यशील, सरल व्यक्तित्व, समाज के हर कार्य चाहे वह शिक्षा, धार्मिक, स्वास्थ्य के कार्य हो में अग्रणी। यह संपूर्ण गुण किसी एक व्यक्तित्व में समाहित है तो वह बहुआयामी व्यक्तित्व “सतीश त्रिपाठी” का⚫

सामान्य कद काठी,चेहरे पर हमेशा मुस्कुराहट ,बड़ी से बड़ी समस्या का तुरंत समाधान, धैर्यशील, सरल व्यक्तित्व, समाज के हर कार्य चाहे वह शिक्षा, धार्मिक, स्वास्थ्य के कार्य हो में अग्रणी।  यह संपूर्ण गुण किसी एक व्यक्तित्व में समाहित है तो वह बहुआयामी व्यक्तित्व मेरे महाविद्यालय के सहपाठी सतीश त्रिपाठी का है, जिनका आज जन्मदिन है। जो निरंतर मेरे संपर्क में भी है और अप्रत्यक्ष साथ में भी है।


लगभग दो दशक से अधिक का उनका सार्वजनिक जीवन है। विद्यार्थी जीवन में मेरे व अपने अन्य सहपाठियों के साथ रचनात्मक कार्य उनके आज भी याद किए जाते हैं। अपने प्राध्यापकों से उनका लगाव आज भी निरंतर है। वह प्रख्यात चिंतक प्रोफेसर अजहर हाशमी के प्रिय शिष्य हैं। अपनी एलएलबी की पढ़ाई के दौरान ग्राम शिवपुर के सरस्वती शिशु मंदिर में कुछ माह के लिए आचार्य के पद को भी आपने सुशोभित किया है।

लिखने की रुचि ने पहुंचाया समाचार पत्र में भी

उसके बाद लिखने की रुचि ने समाचार पत्र राज एक्सप्रेस में रिपोर्टिंग का कार्य करने का अवसर दिया। लगभग 4 वर्ष तक कार्य करने के बाद जनवरी 2010 में अपने पिता व भाई के साथ वकालत के व्यवसाय में कदम रखा। अधिवक्ता परिषद में वर्ष 2010 से जुड़कर प्रचार प्रमुख, महामंत्री व अध्यक्ष के दायित्व का निर्वहन किया। अनेक संस्थाओं मे विधि सलाहकार के रूप में कार्य करते हुए मार्च 2023 में मध्य प्रदेश शासन द्वारा आपको रतलाम जिला न्यायालय में अतिरिक्त लोक अभियोजक एवं शासकीय अभिभाषक के रूप में नियुक्त किया गया।  अनेक मामलों में आप शासन की ओर से सफल पैरवी भी कर रहे हैं ।

शिक्षा व धार्मिक क्षेत्र में निरंतर

मेरे साथी सतीश त्रिपाठी का व्यक्तित्व यूं ही बहुआयामी नहीं है। वर्ष 2008 में पत्रकारिता के अनुभव का लाभ श्री सिखवाल ब्राह्मण समाज को भी मिला। आपके द्वारा श्री महर्षि श्रृंगी विद्यापीठ की स्थापना व संचालन का प्रस्ताव समाज को दिया गया, जिसे स्वीकार कर वर्ष 2008 में विद्यापीठ की स्थापना हुई। जिसमें आज भी आपकी सक्रियता है। वर्ष 2012 में समाज के गणपति मंदिर पर गणपति उत्सव की भी आपके द्वारा स्थापना की गई । जिस पर प्रतिवर्ष महा आरती का आयोजन कर प्रसाद का वितरण होता है।

प्रगति के पथ पर अग्रसर रहे निरंतर

इसके अतिरिक्त सिखवाल ब्राह्मण समाज की जनगणना कर प्रवाह में भी आपके द्वारा संपादन का कार्य किया गया था। सामाजिक स्तर पर आपके द्वारा लिखित प्रेरणा व सृजन पत्रिकाएं भी प्रकाशित हो चुकी है। ऐसे बहुआयामी व्यक्तित्व के धनी मेरे सहपाठी जिसने हर समस्या से मुझे निकाल कर प्रगति की ओर अग्रसर किया। ऐसे मित्र को जन्म दिवस की बहुत-बहुत शुभकामनाएं। निरंतर प्रगति के पथ पर अग्रसर रहे यही प्रार्थना है।

भरत लाल नागर, मोबाइल – 94686-30652
रेमेडीज एग्री साइंस प्राइवेट लिमिटेड (प्रबंध निदेशक)
डी – 319,जगदम्बा नगर, गिरधारीपुरा, धावास
जयपुर -302021, राजस्थान

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