दीपोत्सव रचेगा इतिहास : अयोध्या नहाई रंग बिरंगी रोशनी में, शनिवार की शाम को विभिन्न घाटों पर दीपों की होगी जगमगाहट, बनेगा फिर विश्व इतिहास, पहला दीपक जलेगा श्रीराम लला के दरबार में

देवलोक उतर आया है अयोध्या की जमीं पर

श्रीराम कथा आधारित तोरण द्वार और स्वागत द्वार बढ़ा रहे अयोध्या की शोभा

21 लाख दीपक जलेंगे केवल श्रीराम की पौड़ी पर

विभिन्न घाटों पर रोशन होंगे साढ़े तीन लाख से अधिक दीपक

हरमुद्दा
अयोध्या 11 नवंबर। दीपोत्सव के लिए अयोध्या रोशनी से नहा उठी है। ऐसी सजावट हुई है कि मानो देवलोक पृथ्वी पर उतर आया हो। चमचमाती सड़कें, एक रंग में रंगे भवन और आकर्षक लाइटिंग के साथ रामकथा आधारित 15 तोरणद्वार और कई स्वागत द्वार अयोध्या की शोभा बढ़ा रहे हैं। शनिवार को दीपोत्सव में 21 लाख दीप केवल राम की पौड़ी पर जलाने की तैयारी है जोकि एक विश्व रिकॉर्ड भी साबित होगा। इस रिकॉर्ड को हासिल करने के लिए 3 लाख 60 हजार दिये अतिरिक्त भी जलाएं जाएंगे ताकि दीपमाला अनवरत रहे।

मुख्यमंत्री और राज्यपाल हेलीकॉप्टर रूपी पुष्प विमान से आएंगे आयोजन स्थल

शनिवार को शाम होते ही जैसे ही रामलला के दरबार में पहला दीप जलेगा, पूरी अयोध्या जगमग हो उठेगी। भगवान श्रीराम पुष्पक विमान रूपी हेलीकॉप्टर से अयोध्या पधारेंगे। सीएम योगी व राज्यपाल आनंदी बेन पटेल उनकी अगवानी करेंगे। इसके बाद सीएम योगी वशिष्ठ की भूमिका में श्रीराम का राजतिलक करेंगे। इस आयोजन का साक्षी बनने के लिए रामकथा पार्क में करीब पांच हजार अतिथि मौजूद रहेंगे। इस बार सरयू पुल पर ग्रीन पटाखों की आतिशबाजी 20 मिनट तक होगी। इस पर करीब 80 लाख रुपये खर्च किए जा रहे हैं।

आतिशबाजी लुगाएगी मुख्यमंत्री को

मुख्यमंत्री सहित अन्य अतिथि सरयू तट से आतिशबाजी निहारेंगे। अगर रामनगरी के निवासियों के उल्लास की बात करें तो लंका विजय के बाद श्रीराम के अयोध्या लौटने की खुशी में उन्होंने उसी तर्ज पर अपने घरों को सजाया है जैसा त्रेता युग में सजावट की गई थी। घरों व दुकानों की दरों-दीवारों पर रामकथा व शुभता के प्रतीकों को चित्रित किया है।

रामनगरी आज फिर रचेगी इतिहास

हनुमान जयंती के मौके पर रामनगरी शनिवार को फिर से इतिहास रचने की दहलीज पर खड़ी है। राम की पैड़ी के 51 घाटों पर दीपमालिकाएं सज गई हैं। 24.60 लाख दीये बिछाए जा चुके हैं।

दीयो में बाती और तेल डालने की प्रक्रिया हुई शुरू

शुक्रवार की देर शाम तक दीयों की गणना गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉड की टीम करने में जुटी रही। शनिवार सुबह से दीपों में तेल व बाती डालने की प्रक्रिया शुरू हो गईं। शाम को सभी घाटों पर दीप जलाए जाएंगे। अवध विश्वविद्यालय के युवा फिर इतिहास रचेंगे। इसको लेकर वालंटियर्स में गजब का उत्साह दिख रहा है। दीये में तेल भरने के लिए एक-एक लीटर सरसों की बोतल दी जाएगी। हर एक दीये में 30 एमएल तेल डाला जाएगा। दीये का ऊपरी हिस्सा कुछ खाली रखा जाएगा, ताकि तेल घाट पर न गिरे। एक लीटर तेल की बोतल खाली होने के बाद पुनः उसी गत्ते में वापस सुरक्षित रखी जाएगी। दीये में तेल डालने के बाद बाती के आगे वाले भाग पर कपूर का पाउडर लगाएंगे, जिससे वालंटियर्स को दीये प्रज्ज्वलित करने में आसानी होगी।

दीयों की सुरक्षा में लगाए गए पुलिसकर्मी

दीपोत्सव नोडल अधिकारी प्रो़ संत शरण मिश्र ने बताया कि दीपोत्सव अद्भुत होगा। 51 घाटों पर दीयों की सुरक्षा पुलिस प्रशासन व विश्वविद्यालय के सुरक्षा कर्मियों द्वारा की जा रही है। शनिवार को दीपोत्सव के दिन प्रातः 10 बजे से पर्यवेक्षक, घाट प्रभारी, समन्वयक व गणना वालंटियर्स की देखरेख में 24.60 लाख दीये में तेल डालने, बाती लगाने व देर शाम शासन की ओर से नियत समय पर दीये प्रज्जवलित किए जाएंगे।

दीपोत्सव में राज्यपाल भी होंगी शामिल

दीपोत्सव में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ राज्यपाल आनंदीबेन पटेल भी शामिल होंगी। इसके अलावा दोनों उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और बृजेश पाठक भी आएंगे। जिले के प्रभारी मंत्री सूर्य प्रताप शाही के साथ कई कैबिनेट मंत्रियों के भी आने की संभावना है।

ग्रीन पटाखों की होगी आतिशबाजी

इस बार सरयू पुल पर ग्रीन पटाखों की आतिशबाजी होगी। इस पर करीब 80 लाख रुपये खर्च किए जा रहे हैं। मुख्यमंत्री सहित अन्य अतिथि सरयू तट से आतिशबाजी निहारेंगे। इसके लिए यहां अलग से मंच बनाया गया है। करीब 20 मिनट तक आतिशबाजी होगी। अलग-अलग रंगों के पटाखों से आसमान सतरंगी हो जाएगा। शाम होती ही पूरा सरयू पुल रोशनी से नहा उठता है, ऐसी सजावट की गई है।

श्रीरामकथा पार्क पर सजा रामदरबार

रामकथा पार्क के प्रवेश मार्ग पर आते ही रामायण युग का अहसास होगा। रामकथा के विभिन्न प्रसंगों से सुज्जित 15 तोरण द्वार आकर्षण बढ़ा रहे हैं। रामकथा पार्क में राज दरबार की थीम पर भव्य मंच सजाया गया है। इसी मंच पर राज्याभिषेक समारोह का आयोजन होगा। पार्क में जगह-जगह राजमहल जैसे दृश्य निर्मित किए गए हैं।

सोने का मुकुट धारण कर दर्शन देंगे रामलला

दीपोत्सव के दिन रामलला को खास पोशाक पहनाई जाएगी। श्रीराम जन्मभूमि के मुख्य अर्चक आचार्य सत्येंद्र दास ने बताया कि नीले रंग की रेशमी पोशाक बनवाई गई, जिसे शनिवार को रामलला व चारों भाईयों को धारण कराया जाएगा। साथ ही सोने की मुकुट भी धारण कराया जाएगा, अन्य आभूषणों से उनका श्रृंगार होगा।

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