प्रतिभाओं को निखारने का माध्यम है वार्षिक उत्सव

⚫ पूर्व उपसंचालक अभियोजन एवं रंगकर्मी कैलाश व्यास ने कहा

⚫ श्री महर्षि श्रृंग विद्यापीठ का 15 वां वार्षिक उत्सव

हरमुद्दा
रतलाम, 15 जनवरी। निरंतर कोशिश करने वाला एक दिन सफलता प्राप्त कर ही लेता है। विद्यार्थी जीवन निरंतरता का दूसरा नाम है । विद्यालय के वार्षिक उत्सव प्रतिभा को निखारने के माध्यम है। सही सोच से सही गति मिलती है।


यह विचार पूर्व उपसंचालक अभियोजन कैलाश व्यास ने श्री महर्षि श्रृंग विद्यापीठ के 15 वें वार्षिकोत्सव के तहत लायंस हॉल में आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम में रविवार को मुख्य अतिथि के रूप में व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि अर्जुन के सारथी श्री कृष्ण थे जिन्होंने उन्हें सही मार्ग बताया। रास्ता सही हो तो मंजिल शीघ्र ही मिल जाती है। अध्यक्षता श्री सिखवाल समाज देवस्थान न्यास अध्यक्ष अशोक पांडया ने की। विशेष अतिथि न्यास के संस्थापक न्यासी बालूलाल त्रिपाठी एडवोकेट थे। अतिथियों ने दी प्रज्वलित कर कार्यक्रम की शुरुआत की।

दीप प्रज्वलितकर कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए अतिथि


स्वागत उद्बोधन विद्यापीठ अध्यक्ष कन्हैयालाल तिवारी ने दिया। अतिथियों का स्वागत सचिव गोपालकृष्ण व्यास, सदस्य अनिल पांडया, गोपाल उपाध्याय एवं प्रधानाध्यापक का नम्रता जाधव ने किया। संचालन सहसचिव सतीश त्रिपाठी एवं शिक्षिका मुक्ता गादिया, हर्षिता पाटीदार ने किया। अतिथियों द्वारा चेतना खेल मेला में भाग लेने वाले प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र भी वितरण किए गए।

चंद्रयान की प्रस्तुति को मिली सराहना

वार्षिक उत्सव के तहत चंद्रयान की चंद्रमा पर सफल लेडिंग का मंचन विद्यार्थियों द्वारा किया गया। साथ ही आओ पधारो म्हारा देश, सोल्जर, पंजाबी, हरियाणवी आदि देशभक्ति गीतों पर विद्यार्थियों की प्रस्तुति को खूब सराहना मिली। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में अभिभावक उपस्थित थे।

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