दूर तक नजर आए धुएं के गुबार और आग के गोले : अवैध पटाखा फैक्ट्री में विस्फोट के बाद लगी आग, एक दर्जन से अधिक की मौत, दर्जनों घायल, कई लोग फंसे फैक्ट्री में
⚫ चार दर्जन से अधिक मकान में लगी आग
⚫ आसपास के जिलों से बुलाई दमकल
⚫ मुख्यमंत्री ने ली आपातकालीन बैठक
⚫ मच गई अफरा तफरी
⚫ जान बचाने के लिए लोग इधर-उधर भागते नजर आए
हरमुद्दा
हरदा, 6 फरवरी। शहर में मगरधा रोड पर स्थित एक अवैध पटाखा फैक्ट्री में मंगलवार सुबह विस्फोट के बाद भीषण आग लग गई। फैक्ट्री में आतिशबाजी के लिए रखे बारूद के संपर्क में आकर आग ने जल्द ही विकराल रूप धारण कर लिया। आसपास के 50 से ज्यादा घरों में आग लगी है। इसकी वजह से क्षेत्र में अफरातफरी का माहौल हो गया। लोग इधर-उधर भागते नजर आए। हादसे में एक दर्जन से अधिक लोगों की मौत की सूचना है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि मृतकों के स्वजनों को चार-चार लाख की सहायता राशि दी जाएगी। इसके साथ ही घायलों को हरसंभव मदद दी जाएगी। उपचार निशुल्क किया जाएगा।
फैक्ट्री से उठतीं आग की लपटें और धुएं का गुबार दूर से देखा जा सकता है। हादसे में अब तक एक दर्जन से अधिक लोगों की मौत और 100 से अधिक घायलों की सूचना है। मौके पर सड़क पर यहां-वहां शव पड़े देखे जा रहे हैं। बताया जाता है कि 100 से अधिक लोग अभी भी इस फैक्ट्री में फंसे हुए हैं। फैक्ट्री में रह-रहकर अभी भी धमाके की आवाज सुनाई दे रही है। अपुष्ट सूत्रों के अनुसार इस हादसे में एक दर्जन से अधिक मौतों की जानकारी मिल रही है। यह आंकड़ा काफी बढ़ सकता है।
इलाके में मचा हड़कंप, जान बचाकर भागे लोग
आग लगते ही इलाके में हड़कंप मच गया। लोग अपनी जान बचाने के लिए घरों से निकलकर भागे। हताहत होने वालों में सबसे ज्यादा महिलाओं की संख्या बताई जा रही है। घायलों को एंबुलेंस सहित पुलिस और जिला प्रशासन के विभिन्न वाहनों की मदद से उपचार के लिए जिला अस्पताल भेजा गया है। इसके साथ ही नजदीकी जिले नर्मदापुरम और बैतूल से भी चिकित्सा सहायता पुलिस बल भेजा जा रहा है।
बैरिकेडिंग कर लोगों की आवाजाही रोकी
मगरधा रोड सहित पटाखा फैक्ट्री के करीब एक किलोमीटर के दायरे में लोगों का आवागमन प्रतिबंधित कर दिया गया है। नर्मदा पुरम- खंडवा स्टेट हाईवे पर भी बैरिकेड्स लगाकर वाहनों को निकाला जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने बुलाई आपात बैठक
हरदा में हुए भीषण हादसे को लेकर मुख्यमंत्री मोहन यादव ने आपात बैठक बुलाई। उन्होंने मंत्री प्रद्युम्न तोमर व उदय प्रताप सिंह, एसीएस अजीत केसरी, डीजी होम गार्ड अरविंद कुमार को तत्काल हरदा जाने के निर्देश दिए। इसके अलावा भोपाल, इंदौर में मेडिकल कालेज और एम्स भोपाल में बर्न यूनिट को आवश्यक तैयारी करने को कहा। इंदौर, भोपाल से फायर ब्रिगेड की दमकलों को भी हरदा भेजा जा रहा है। इसके साथ-साथ राहत कार्यों के लिए वरिष्ठ अधिकारियों को निर्देश जारी किए। मुख्यमंत्री डॉ यादव ने कहा कि, घायलों का बेहतर से बेहतर उपचार हमारी पहली प्राथमिकता है। इंदौर में एमजीएम मेडिकल कालेज में अलर्ट जारी किया गया है। बैठक में मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि हरदा हादसे के घायलों को तत्काल उपचार उपलब्ध कराना हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। हरदा के आसपास के क्षेत्र से एंबुलेंस हरदा पहुंचाई जा रही हैं, साथ ही हेलीकॉप्टरों की व्यवस्था के लिए सेना से संपर्क किया गया है। बैठक में बताया कि हरदा में होशंगाबाद सहित आसपास के क्षेत्र से 14 डॉक्टर तत्काल रवाना किए गए हैं। हरदा में 20 एंबुलेंस मौजूद हैं तथा 50 एंबुलेंस और पहुंच रही है। भोपाल, इंदौर, बैतूल, होशंगाबाद, भैरूंदा, रेहटी सहित अन्य नगरीय निकायों तथा संस्थाओं से फायर ब्रिगेड हरदा भेजे जा रहे हैं।
उपचार के लिए बनाया ग्रीन कॉरिडोर
डी सी पी पद्म विलोचन शुक्ला ने बताया भोपाल में ट्रैफिक का पूरा अमला व्यवस्था बनाने में लगा दिया गया है, जिले की सीमा से एम्स और हमीदिया अस्पताल तक ग्रीन कारिडोर बन गया है।