पानी नहीं तो मतदान नहीं : सप्ताहभर से जलसंकट भुगत रहे नागरिकों ने चुनाव बहिष्कार की दी चेतावनी
⚫ जल प्रदाय विभाग के जिम्मेदार अफसरों की लापरवाही एवं निकम्मेपन से बनी परेशानी
⚫ परेशान लोगों ने कलेक्टर, नगर निगम आयुक्त सहित नगर विधायक एवं मंत्री को शिकायत
⚫ पाइप लाइन को हटाकर कहीं ओर जोड़ दिया कनेक्शन
⚫ निर्माण कार्यों की धांधली एवं गंदगी से भी है परेशान
हरमुद्दा
रतलाम, 22 मार्च। शहर के किसी क्षेत्र में यदि एक सप्ताह तक नलों में पानी नहीं आए और पीने के पानी तक का जलसंकट हो जाए तो उस क्षेत्र के लोगों की स्थिति कितनी खराब हो जायेगी उसकी कल्पना करने पर से बैचेनी एवं ‘बिन पानी सब सून’ कहावत ताजा हो जाती है, ऐसा ही संकट शहर के टीआईटी रोड क्षेत्र के सैकड़ों रहवासियों वाले मोहल्ले एचडीएफसी बैंक के पीछे वाली रोड़ भर साकार हो रहा है। इसमें 15 मार्च की सुबह कुछ समय के लिए नलों में पानी दौड़ा था, उसके बाद 21 मार्च तक नलों में एक बूंद पानी नहीं आया। एक सप्ताह दिनों से प्यासा यह क्षेत्र पानी के अभाव में त्राहिमाम कर रहा है।
बताया जाता है कि वार्ड क्रमांक 34 के इस क्षेत्र में नये कनेक्शन के लिए नगर निगम के अकुशल मजदूरों ने गड्ढा खोदकर कनेक्शन कर दिया जब 17 मार्च को जलप्रदाय किया गया तो पता चला गड्ढा करने के समय मुख्य पाइप लाइन में गेती मार देने से वह फूट गई है और यहां से सारा पानी बह गया और घरों में पानी नहीं पहुंचा। 19 मार्च को जब जलप्रदाय हुआ तो निगम द्वारा खोदे गए एक दूसरे गड्ढे में मौजूद पाइप लाइन फट गई और पानी नलों की बजाय सड़क और नाली में बह गया। तीसरी बार जब 21 मार्च को जलप्रदाय हुआ तब भी नलों में पानी नहीं आया, शिकायत करने पर पता चला कि सबसे पहले किये गये गड्ढे में पाइप ठीक करने के दौरान क्षेत्र की पाइप लाइन को हटाकर कहीं ओर गलत कनेक्शन जोड़ दिया। जिससे जल प्रदाय के बावजूद घरों में पानी नहीं आया। जल प्रदाय विभाग के जिम्मेदार अफसरों की लापरवाही एवं निकम्मेपन से परेशानी बनी है।
जल प्रदाय विभाग के जिम्मेदार अफसरों की लापरवाही एवं निकम्मेपन से बनी परेशानी
विगत एक सप्ताह से पेयजल संकट की त्रासदी भुगत रहे तीन दर्जन महिला पुरुषों ने हस्ताक्षर करके कलेक्टर, आयुक्त नगर निगम सहित नगर विधायक एवं मंत्री को शिकायत की है। उन्होंने क्षेत्र में चल रहे निर्माण कार्यों में भारी अनियमितता, मलबा सड़कों पर फैला देने से व्याप्त गंदगी, सफाई का अभाव तथा आवारा कुत्तों के आतंक से निजात दिलाने की गुहार लगाई है। सैकड़ों क्षेत्रवासियों ने एक हस्ताक्षरित शिकायत पत्र में चेतावनी दी है कि समस्याओं के निराकरण के लिए ठोस कार्रवाई करें, अन्यथा आंदोलनात्मक कदम तथा आगामी लोकसभा चुनाव के बहिष्कार जैसे अप्रिय कदम उठाने को बाध्य होना पड़ेगा।