फूल प्रसाद बेचने वालों की दबंगई : प्रसाद नहीं खरीदने पर सुप्रीम कोर्ट के वकील परिवार को पीटा, 9 श्रद्धालु घायल, प्रशासन का चला 25 दुकानों पर बुलडोजर
⚫ नाबालिक किशोर और किशोरियों के साथ की मारपीट, कपड़े भी फाडे
⚫ पुलिस ने किया गंभीर धाराओं में प्रकरण दर्ज
⚫ अभद्रता करना दुकानदारों की आदतों में
⚫ सूचना मिलते ही कलेक्टर और एसपी आए एक्शन में
हरमुद्दा
उज्जैन, 31 मार्च। उज्जैन में बाबा काल भैरव के दर्शन करने सुप्रीम कोर्ट के वकील अमरदीप अपने परिवार के साथ पहुंचे थे। यहां काल भैरव मंदिर के बाहर सुप्रीम कोर्ट के वकील और उनके परिवार के साथ फूल प्रसाद बेचने वालों ने दबंगई करते हुए मारपीट की। गुंड़ों ने वकील का सिर फोड़ दिया, परिवार और बच्चियों से छेड़खानी भी की। दो श्रद्धालुओं को जिला अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। मामले में पुलिस ने आरोपितों के खिलाफ गंभीर धारा में केस दर्ज किया है। वहीं, प्रशासन ने दोपहर बाद अवैध रूप से लगी गुमटियों व फूल प्रसाद बेच रहे लोगों को वहां से हटा दिया। बता दें कि फूल-प्रसाद बेचने वाले आए दिन श्रद्धालुओं से अभद्रता करते हैं। घटना की सूचना मिलते ही कलेक्टर और एसपी एक्शन में आए। पुलिस ने तुरंत ही एक्शन लेते हुए 25 दुकानों को बुलडोजर से ध्वस्त कर दिया।
भैरवगढ़ पुलिस ने बताया कि एडवोकेट अमरदीप पुत्र रमेश भट्टाचार्य उम्र 46 वर्ष निवासी मुंबई पत्नी शैलजा, भाई ऋषिकेश, भाभी अनुपमा व बच्चे जीत, युवराज, नेत्रा, स्विता के साथ उज्जैन दर्शन करने के लिए आए थे। वे रविवार सुबह भस्म आरती के पश्चात सपरिवार कालभैरव के दर्शन करने मैजिक वाहन चालक कमल कुमार के साथ गए थे। जहां पार्किंग में वाहन रखकर सभी ने प्रसाद खरीदा और दर्शन करने चले गए।
प्रसाद नहीं खरीदा तो ₹200 की हुई मांग
अमरदीप के वापस लौटने पर फूल-प्रसाद बेचने वाला राजा भाटी व उसके साथी कमल कुमार से विवाद करने लगे कि उन्होंने राजा से फूल-प्रसाद क्यों नहीं लिया? इसके एवज में 200 रुपये की मांग करने लगे। अमरदीप व उसके भाई ने बीच-बचाव कर रुपये देने से इंकार किया तो राजा व उसके साथी अभद्रता करने लगे और उन्हें घेर लिया। राजा व उसके साथियों ने अमरदीप, ऋषिकेश व नाबलिग बच्चों के साथ मारपीट की।
दोनों भाइयों के सिर पर लोहे की राड से हमला
आरोपितों ने दोनों भाइयों के सिर पर लोहे की राड मार दी, जिससे सिर में गंभीर चोट लगी है। उपचार के लिए उन्हें जिला अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। एसपी प्रदीप शर्मा का कहना है कि आरोपित राजा भाटी व उसके साथ साथियों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। वहीं कलेक्टर नीरज सिंह को भी इस संबंध में सूचना दी गई है कि काल भैरव मंदिर क्षेत्र में अवैध दुकान संचालित करने वालों के खिलाफ कार्रवाई के लिए राजस्व की टीम को भेजा जाए।
तैनात पुलिसकर्मी बने रहते हैं मूकदर्शक
फूल-प्रसाद बेचने वाले अवैध रूप से मदिरा का भी विक्रय करते हैं। आए दिन श्रद्धालुओं से पार्किंग व प्रसाद लेने को विवाद करते रहते हैं। साथ ही उनकी दुकान से प्रसाद लेने के लिए दबाव भी बनाते हैं। कई बार तो श्रद्धालु के वाहन से उतरते ही पकड़कर अपनी दुकान पर लेकर चले जाते हैं। श्रद्धालु के मना करने पर अभ्रदता व मारपीट पर उतारू हो जाते हैं। पुलिस भी इन पर कोई कार्रवाई नहीं करती है। मंदिर के बाहर ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मी केवल मूकदर्शक बनकर खड़े रहते हैं।
जेसीबी से हटाई अवैध गुमटियां
कालभैरव मंदिर में रविवार को हुए घटनाक्रम के बाद प्रशासन हरकत में आया। दोपहर बाद नगर निगम व प्रशासन की टीम ने मंदिर के बाहर अवैध रूप से हार फूल बेच रहे लोगों पर कार्रवाई की। जेसीबी की मदद से अवैध गुमटियों को हटा दिया गया। कार्रवाई के दौरान प्रशासनिक अधिकारी व भारी संख्या में पुलिस बल तैनात था।
धर्मधानी की छवि हो रही धूमिल
धर्मधानी उज्जैन में प्रतिदिन हजारों श्रद्धालु देश विदेश से भगवान महाकालेश्वर, मां हरसिद्धि, मंगलनाथ्, कालभैरव सहित अन्य मंदिरों के दर्शन करने पहुंचते हैं। प्रदेश सरकार सुलभ दर्शन व तीर्थयात्रियों की सुविधाओं को और बढ़ाने में लगी है।
महाकाल मंदिर के सुरक्षाकर्मियों ने भी की थी मारपीट
हर संभव जतन किए जा रहे हैं लेकिन श्रद्धालुओं से मारपीट के कारण उज्जैन की छवि धूमिल हो रही है। तीन दिन पूर्व भी महाकालेश्वर मंदिर में सुरक्षाकर्मियों ने श्रद्धालु से मारपीट की थी। इसके पूर्व भी महाकालेश्वर मंदिर में सुरक्षार्मियों द्वारा श्रद्धालुओं से अभ्रदता की शिकायतें मिल चुकी हैं।