धर्म संस्कृति : हिंदू धर्म की रक्षा के लिए अपना बलिदान दिया सिखों के नवें गुरु तेग बहादुर जी ने
⚫ खालसा सभागृह में अखंड पाठ साहब की शुरुआत
⚫ 29 अप्रैल सोमवार को अखंड पाठ साहब की समाप्ति व अरदास
हरमुद्दा
रतलाम, 27 अप्रैल। श्री गुरु तेग बहादुर शैक्षणिक विकास समिति द्वारा सिखों के नवें गुरु तेग बहादुर जी का प्रकाश पर्व 27 अप्रैल से बरवड़ रोड स्थित श्री गुरु तेग बहादुर एकेडमी परिसर स्थित खालसा सभागृह में मनाया जा रहा है।
समिति अध्यक्ष गुरनाम सिंह एवं प्रवक्ता सुरेंद्र सिंह भामरा ने बताया कि हिंदू धर्म की रक्षा के लिए सिखों के नवें गुरु तेग बहादुर जी ने बलिदान दिया। 27 अप्रैल शनिवार की सुबह 8:30 बजे खालसा सभागृह में अखंड पाठ साहब की शुरुआत हुई। ज्ञानी मानसिंह व साथियों ने कीर्तन प्रस्तुत किया 28 अप्रैल रविवार की सुबह 8:00 बजे से 9:30 बजे तक ज्ञानी मानसिंह और साथी कीर्तन करेंगे।इस अवसर पर पंथ प्रसिद्ध कीर्तनी भाई जसकरण सिंह पटियाला वाले व साथियों द्वारा कीर्तन किया जाएगा तथा गुरु का लंगर होगा।
29 अप्रैल को होगा समापन
29 अप्रैल सोमवार को अखंड पाठ साहब की समाप्ति व अरदास होगी इस अवसर पर सुबह में भाई जसकरण सिंह पटियाला वाले व साथियों द्वारा कीर्तन प्रस्तुत किए जाएंगे। दोपहर 1:30 बजे समाप्ति के पश्चात गुरु का लंगर होगा।
यह थे मौजूद
समिति अध्यक्ष सरदार गुरनाम सिंह डंग, उपाध्यक्ष हरजीत सिंह चावला, कोषाध्यक्ष देवेंद्र सिंह वाधवा, प्रवक्ता सुरेंद्र सिंह भामरा समिति सदस्य हरजीत सलूजा ,धर्मेंद्र गुरुदत्ता, सतपाल सिंह डंग,श्री गुरु तेग बहादुर एकेडमी प्राचार्य डॉ रेखा शास्त्री, शास्त्री नगर प्रधान अध्यापिका सरल माहेश्वरी, अमरपाल वाधवा, कुलवंत सग्गू गुरविंदर सिंह खालसा, गुरमीत सिंह गुरुदत्ता, जसपाल सिंह सलूजा, गगनदीप सिंह डंग सहित समाजजन मोजूद थे ।