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यह तो दुर्भाग्यपूर्ण : हायर सेकेंडरी पास केंद्रीय राज्य मंत्री को नहीं आया लिखना “बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ”

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प्रवेश उत्सव कार्यक्रम में रथ पर लगे फ्लेक्स पर लिखना था मोदी सरकार की महिला एवं बाल विकास केंद्रीय  राज्य मंत्री को

बन गया है चर्चा का विषय

कांग्रेस की टिप्पणी – यह देश का दुर्भाग्य है या लोकतंत्र की मजबूरी

हरमुद्दा
धार, 19 जून। केंद्र की मोदी सरकार में राज्यमंत्री सावित्री ठाकुर बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का नारा सही नहीं लिख पाईं। उन्होंने जो लिखा वह चर्चा का विषय बन गया है। इसे लेकर कांग्रेस ने भी सांसद पर हमला बोला है। टिप्पणी करते हुए कांग्रेस ने लिखा है कि यह देश का दुर्भाग्य है या लोकतंत्र की मजबूरी। जबकि वे हायर सेकेंडरी पास है। पहली बार 2014 में सांसद निर्वाचित हुई। इसके पहले 2004 से  जिला पंचायत की अध्यक्ष भी रही हैं। हाल ही में हुए चुनाव में हुए फिर से सांसद निर्वाचित हुई।

दरअसल, धार जिले में आयोजित तीन दिवसीय प्रवेशोत्सव कार्यक्रम का शुभारंभ करने के लिए महिला एवं बाल विकास विभाग की केंद्रीय राज्यमंत्री  सावित्री ठाकुर को बुलाया गया था। कार्यक्रम में स्कूली बच्चों का तिलक लगाकर स्वागत करने के बाद शिक्षा रथ को हरी झंडी दिखाकर रवाना करना था। इससे पहले  रथ पर लगे फ्लैक्स पर सावित्री ठाकुर को “बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ” स्लोगन लिखना था। लेकिन, उन्होंने-” बेढी पडाओ बच्चाव” लिख दिया।

यह लिखा केंद्रीय राज्य मंत्री में फ्लेक्स पर

कांग्रेस ने बोला यह तो दुर्भाग्यपूर्ण

मंत्री सावित्री का वीडियो सामने आने के बाद कांग्रेस से जिला पंचायत सदस्य मुकाम सिंह अलावा ने इसे दुर्भाग्यपूर्ण बताया है। उन्होंने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर लिखा- लोकसभा चुनाव जीतीं धार-महू लोकसभा सांसद और केंद्रीय महिला एवं बाल विकास राज्यमंत्री सावित्री ठाकुर को बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ स्लोगन लिखना था। लेकिन, वह भी लिखते नहीं आ रहा है, बड़ा दुर्भाग्यपूर्ण विषय है।

यह देश का दुर्भाग्य है या लोकतंत्र की मजबूरी

सवालवहीं कांग्रेस ने इस मामले में टिप्पणी करते हुए लिखा है कि ”इसे देश का दुर्भाग्य माने या लोकतंत्र की मजबूरी. देश का संविधान या हमारी शिक्षा नीति इसके लिए जिम्मेदार है.” वहीं अब इस मामले को लेकर खुद केंद्रीय महिला बाल विकास राज्य मंत्री सावित्री ठाकुर बचाव की मुद्रा में हैं। वहीं, रथ पर लिखा गया उनका स्लोगन भी तत्काल मिटा दिया गया है। फिलहाल इस मामले में वे कुछ भी कहने से बचती नजर आ रही हैं।  बता दें कि लोकसभा चुनाव के नामांकन के दौरान सावित्री ठाकुर ने अपनी शिक्षा में खुद को हायर सेकेंडरी  पास बताया था। जाटव है कि 2004 से 2009 तक जिला पंचायत अध्यक्ष का पद भी संभाला है। 2014 से 2019 तक सांसद रही। राजनीति में आने से पूर्व एक एनजीओ की कोऑर्डिनेटर भी रही है।

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