धर्म संस्कृति : सर्वपितृ दर्श अमावस्या पर होगा निशुल्क सामूहिक श्राद्ध कर्म
⚫ सर्कल जेल में बंदियों ने विधि-विधान से किया सामूहिक श्राद्धकर्म
⚫ अनिवार्य रुप से श्राद्ध करें
⚫ एक हजार से अधिक पंजीयन,
⚫ 1 अक्टूबर तक ही होंगे पंजीयन
⚫ 23 समितियों का गठन
हरमुद्दा
रतलाम, 30 सितंबर। रतलाम में सर्वपितृ दर्श अमावस्या पर विशाल सामूहिक श्राद्ध कर्म का निशुल्क आयोजन किया जा रहा है। इसी क्रम में सर्कल जेल में बंदियों ने अपने पितृ का विधि-विधान से श्राद्धकर्म किया। सर्वप्रथम अमावस्या पर होने वाले श्राद्ध कर्म के लिए आपका 1000 से अधिक का पंजीयन हो चुका है 1 अक्टूबर तक ही पंजीयन किए जाएंगे। आयोजन के लिए समितियों का गठन कर उन्हें जिम्मेदारी सौंपी गई।
आयोजक – श्री योग वेदांत सेवा समिति, युवा सेवा संघ. महिला उत्थान मंडल एवं मांगल्य मंदिर धर्मक्षेत्र द्वारा सर्कल जेल में सामूहिक श्राद्धकर्म का आयोजन किया गया। यहाँ विद्वान ब्राह्मण देव सुदामा मिश्रा एवं महर्षि संजय शिवशंकर दवे के मार्गदर्शन में पूर्ण विधि-विधान से हुआ। बंदियों ने अपने पूर्वजों का स्मरण करते हुए उनका श्राद्ध तर्पण किया। इस दौरान उन्हें विद्वान ब्राह्मण देव ने श्राद्ध की सम्पूर्ण विधि और महत्व समझाया। संस्था द्वारा प्रतिवर्ष सर्कल जेल में श्राद्ध पक्ष में सामूहिक श्राद्ध तर्पण का आयोजन किया जाता है। जेल अधीक्षक लक्ष्मणसिंह भदौरिया एवं जेलर बृजेश मकवाना ने धन्यवाद ज्ञापित किया।
अनिवार्य रूप से श्राद्ध करें
उन्होंने बताया कि पितृ पक्ष में विधि-विधान से श्राद्ध करने पर परिवार को पूर्वजों का आशीर्वाद मिलता है और इससे घर परिवार में सुख-समृद्धि आती है। उन्होंने कहा कि परिवार के जिन-बड़े बुजुर्गों ने हमें पाल-पोष कर बड़ा किया, उनके प्रति कृतज्ञता ज्ञापित करने का भारतीय संस्कृति में यह सबसे बड़ा 16 दिवसीय उत्सव है। इसलिए सभी को अनिवार्य रूप से अपने पितृ का श्राद्ध करना चाहिए। सर्वपितृ अमावस के दिन होने वाला सबसे बड़ा श्राद्ध होता है, जिसमें सभी पितृ का सामूहिक श्राद्ध किया जाता है।
एक हजार से अधिक पंजीयन
सर्वपितृ अमावस्या के अवसर पर संतश्री वाटिका, चंपाविहार, सागोद रोड पर बुधवार, 2 अक्टूबर को प्रातः 9 बजे से सामूहिक श्राद्ध कर्म विद्धान एवं संयमी ब्राह्मणों के मार्गदर्शन में विधि-विधान से आयोजित होगा। इसके लिए नागरिकों को घर-घर जाकर आमन्त्रण देने का अभियान निरंतर जारी है। अभी तक 1 हजार से अधिक नागरिकों ने श्राद्ध तर्पण के लिए पूर्व पंजीयन करवाया है। आयोजन में शामिल होने के लिए पूर्व पंजीयन आवश्यकता है।
23 समितियों का गठन
आयोजन को सुचारु रुप से क्रियान्वित करने के लिए आयोजन समिति ने विभिन्न 23 समितियों का गठन किया है, जिसमें समिति प्रमुख को संबंधित दायित्व सौंपा गया है। आयोजन की तैयारियों को लेकर सोमवार को बैठक रखी गई। जिसमें निर्णय लिया गया कि 1 अक्टूबर तक पंजीयन किए जाएंगे। श्राद्ध कर्म में लगने वाली आवश्यक सामग्री कार्यक्रम स्थल पर निःशुल्क उपलब्ध रहेगी। श्राद्ध कर्ता अपने साथ धोती, गमछा व धामा (परात) लाए । सभी श्राद्ध कर्ताओ के लिए भोजन प्रसादी की व्यवस्था भी रहेगी। कार्यक्रम में प्रसाद स्वरुप कुबेर की पोटली का वितरण भी किया जाएगा। तर्पण क्रिया में 21 बटूको की उपस्थिति रहेगी।
यह थे मौजूद
बैठक में राकेश परिहार ,पुरषोत्तम शर्मा ,मुकेश मालवीय, राजेंद्र मौर्य , राजेंद्र निगम ,शंकर राठौड़ ,शिव कुमार श्रीवास्तव ,पंकज ओसवाल , दुर्गाशंकर ,राहुल शर्मा अनिल वर्मा आदि उपस्थित रहे । इस बारे में विस्तृत जानकारी हेतु मोबाईल नम्बर 9826339999, 9144665864 पर संपर्क करें।