धर्म संस्कृति : प्राचीन श्री द्वारकाधीश मंदिर में हुआ अन्नकूट महोत्सव
1 min read⚫ अभिषेक के पश्चात किया गया भगवान का नयनाअभिराम श्रृंगार
⚫ 305 वर्ष से अधिक पुराना है मंदिर
हरमुद्दा
रतलाम, 4 नवंबर। शहर के 305 वर्ष से अधिक प्राचीन श्री द्वारकाधीश मंदिर में आकर्षक श्रंगार कर अन्नकूट महोत्सव मनाया गया। द्वापर युग से चली आ रही परंपरा: गोवर्धन पूजा और अन्नकूट महोत्सव का आयोजन कर भगवान को अनेक व्यंजनों का भोग लगाया गया।
श्रद्धालु बृजेश त्रिवेदी ने बताया कि सायं काल संध्या आरती के पश्चात दर्शन हुए। उत्सव भोग लगाए गए। भगवान को प्रभु को मीठी बूंदी, खस्ता शक्करपारा, गुलाब जामुन, लड्डु , सिद्ध मावे के पेड़ा-बरफी, दूधपूड़ी, बासोंदी, जीरा मिश्रित दही, पूड़ी-सब्जी, तले हुए नमकीन बीज-चालनी के सूखे मेवा, विविध प्रकार के व्यंजन एवं फल आदि के भोग लगाय गए।
सभी के लिए की गई भगवान से मंगल कामना
द्वारकाधीश मंदिर के मुखिया एवं अन्नकूट महोत्सव के आयोजन-कर्ता राम निवास-श्रीमती कांता बाई पालीवाल, योगेश कुमार-श्रीमती विजयालक्ष्मी पालीवाल, मुकेश-श्रीमती नीलम पालीवाल, राधेश्याम – श्रीमती रत्ना पालीवाल रहे। इस मौके पर अनेक गणमान्य लोगों व धार्मिक श्रद्धालुओं एवं सामाजिक लोग महाआरती के आयोजन में शामिल हुए। आरती के पश्चात महाप्रसादी का वितरण किया गया। स्वर्णिम पालीवाल, शिवम, हर्षित, चैतन्य, मीनू, कृतिका, आकृति पालीवाल संपूर्ण पालीवाल परिवार द्वारा सहयोग के लिए सभी का आभार मानकर भगवान से सभी के लिए मंगल कामना की गई।