सामाजिक सरोकार : जिले के प्रत्येक विकासखंड में बनेगा एक वृंदावन ग्राम
⚫ कई सारे मापदंड हैं गांव के चयन के लिए
⚫ शहर के समीप होने के साथ ही ग्राम पंचायत का सक्रिय होना जरूरी
⚫ योजना के उद्देश्यों में पर्यावरण संरक्षण, स्वास्थ्य लाभ, पारंपरिक कृषि में सुधार, आर्थिक सशक्तिकरण सम्मिलित
⚫ अंतिम रूप देने के लिए दिए कलेक्टर ने निर्देश
हरमुद्दा
रतलाम 02 दिसम्बर। शासन की वृंदावन ग्राम योजना अंतर्गत जिले के प्रत्येक विकासखंड में एक-एक ग्राम को वृंदावन ग्राम के रूप में विकसित किया जाएगा। इस संबंध में कार्य योजना तैयार करने के लिए कलेक्टर श्री राजेश बाथम की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में सीईओ जिला पंचायत श्री श्रृंगार श्रीवास्तव ने योजना की रूपरेखा प्रस्तुत की।
बताया गया कि वृंदावन ग्राम योजना अंतर्गत जो ग्राम चयनित किया जाएगा, उसकी आबादी कम से कम 2000 होना चाहिए। उस गांव में कम से कम 500 गोवंश हो, गांव में पर्याप्त मात्रा में गोवंश के लिए चारा-भूसा, जल आपूर्ति की व्यवस्था हो। गांव शहर के समीप होना चाहिए, ग्राम पंचायत सक्रिय होना चाहिए। बताया गया कि योजना के उद्देश्यों में पर्यावरण संरक्षण, स्वास्थ्य लाभ, पारंपरिक कृषि में सुधार, आर्थिक सशक्तिकरण भी सम्मिलित है।
विचार के लिए इन गांव का किया गया चयन
योजना अंतर्गत जिले के विभिन्न ग्रामों को शामिल करने के लिए विचार किया गया जिनमें बिरमावल, सुखेड़ा, बांगरोद, सागोद, रिंगनोद, कुआंझागर आदि सम्मिलित है। कलेक्टर बाथम ने वृंदावन ग्राम योजना को अंतिम रूप देने के लिए सभी संबंधित विभागों को अपनी-अपनी कार्य योजना प्रस्तुत करने के निर्देश दिए।
यह थे मौजूद
बैठक में अपर कलेक्टर डॉ. शालिनी श्रीवास्तव, उपसंचालक पशु चिकित्सा डॉ. नवीन शुक्ला, संचालक उद्यानिकी त्रिलोकचंद वास्कले आदि अधिकारी उपस्थित थे।