सामाजिक सरोकार : सर्किल जेल में गीता जयंती ज्ञान परीक्षा में गणपत लाल विजेता एवं सोहेल हुसैन सहविजेता

250 से अधिक बंदी में से पांच श्रेष्ठ सहित 13 को प्रोत्साहन पुरस्कार

हरमुद्दा
रतलाम, 11 दिसंबर। श्रीमद् भागवत गीता जयंती एवं तुलसी पूजन दिवस के उपलक्ष्य में गीता जयंती के अवसर पर सर्किल जेल रतलाम में श्रीमद् भागवत गीता एवं तुलसी ज्ञान परीक्षा में करीब 250 से अधिक बंदी शामिल हुए। सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले पांच परीक्षार्थियो सहित 13 को प्रोत्साहन पुरस्कार संतजनों के पावन करकमलों से दिए गए।

संघ के रुपेश साल्वी ने बताया कि सर्किल जेल रतलाम में श्रीमद् भागवत गीता एवं तुलसी ज्ञान परीक्षा कार्यक्रम के आरम्भ में श्रीमद भागवत गीता का दीप प्रज्वलन कर पूजन किया गया। यहां महर्षि संजय शिवशंकर दवे, पंडित चेतन शर्मा रविभाई दिल्ली आश्रम, प्रवीण भाई तोगड़िया, पंचेड आश्रम, भारती बहन महिला आश्रम, श्रीमती सविता साल्वी महिला उत्थान मंडल विशेष रूप से उपस्थित ने पुरस्कार वितरित किये। जेल अधीक्षक एल.एस. भदौरिया एवं जेलर ब्रजेश मकवाने ने आयोजन के लिए संघ को धन्यवाद ज्ञापित किया।

यह रहे विजेता

प्रतिभागी परीक्षार्थियों को 50 अंकों का वस्तुनिष्ठ पेपर दिया गया था, जिसमे उन्होंने सही विकल्प का चुनाव किया। इसके लिए बंदियों को श्रीमद् भागवत गीता ज्ञान एवं तुलसीजी की महिमा के बारे में पहले तैयारी करवाई गई थी। प्रतिभागी करीब 250 से अधिक परीक्षार्थियों में से प्रथम – गणपत लाल पिता सूरजमल बीरम, द्वितीय शैलेन्द्र पिता राम सिंह एवं  समरथ पिता नानूराम तथा तृतीय –  सोहेल हुसैन पिता जाकिर हुसैन एवं  कृष्णकांत पिता केवलराम सोनी रहे। श्रेष्ठ प्रदर्शन करने पर साथ ही 13 बंदियों की प्रोत्साहन पुरस्कार दिया गया। सहविजेता सोहेल हुसैन का संघ द्वारा विशेष रूप से उत्साहवर्धन किया गया।

दुनिया में एकमात्र ग्रन्थ की जयंती

यहां अतिथियों ने गीता का माहात्म्य बतलाते हुए कहा कि दुनिया में एकमात्र श्रीमद् भागवत गीता ही ऐसा परम पावन ग्रन्थ है, जिसकी जयंती मनाते हुए घर घर में पूजन किया जाता है। युद्ध के मैदान में भगवान श्रीकृष्ण ने अपनी ज्ञान, भक्ति और कर्मयोग के संगम वाली दिव्य वाणी से प्रत्येक जीव के परम कल्याण का सन्देश मानव समाज को दिया है। यह ग्रन्थ किसी धर्म,जाति और समूह विशेष के लिए नहीं होकर सर्व समाज के लिए महानतम सौगत है। यह केवल धार्मिक ग्रन्थ नहीं है अपितु जीवन के प्रत्येक पग पर मार्गदर्शन करने वाला प्रयोग शास्त्र है। भगवान श्री कृष्ण की कल्याणकारी वाणी का अवलम्बन लेकर जीवन संग्राम में आप सफल हो सकते है।

यह थे मौजूद

इस अवसर पर युवा सेवा संघ से राहुल शर्मा ,अनिल वर्मा ,राजेंद्र निगम , भूप्रकाश मालवीय ,शिवकुमार श्रीवास्तव ,पुरुराज सिंह जादौन आदि उपस्थित रहे। संचालन रविन्द्र सिंह  जादौन ने किया जबकि आभार संघ अध्यक्ष रुपेश सालवी ने माना।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *