सामाजिक सरोकार : धार जिले के 15 स्कूलों के 35 शिक्षक 26 दिसंबर को विजिट करेंगे सीएम राइस विनोबा में

4 ई ऑफ एजुकेशन के साथ स्टेम बेस्ड लर्निंग को आत्मसात करेंगे आगंतुक

दक्षता एवं नेतृत्व संवर्धन कार्यक्रम के अंतर्गत आएंगे शिक्षक

40 स्कूलों के 100 से अधिक शिक्षक आ चुके हैं विजिट पर

हरमुद्दा
रतलाम, 25 दिसंबर। धार जिले के 15 स्कूलों के 35 शिक्षक सी एम  राइज विनोबा में क्लासरूम प्रैक्टिस और स्कूल नेतृत्व का 26 दिसंबर को अवलोकन करेंगे। यहां प्राथमिक कक्षाओ में प्रोजेक्ट बेस्ड लर्निंग,वर्क शीट्स, माध्यमिक कक्षाओ में डिजिटल लिटरेसी, मॉडल और टी एल एम बेस्ड एजुकेशन,हायर सेकंडरी में एक्टिविटी बेस्ड और कॉरिडोर लर्निंग शो केस के कांसेप्ट को समझेंगे। 4 ई ऑफ एजुकेशन के साथ स्टेम बेस्ड लर्निंग को  आगंतुक आत्मसात करेंगे।

संस्था के उप प्राचार्य गजेंद्र सिंह राठौर ने बताया कि धार जिले के कलेक्टर के निर्देशानुसार वहां के शिक्षक रतलाम के इनोवेशन केटेगरी में वर्ल्ड के टॉप स्कूल में क्लासरूम प्रैक्टिसेस जैसे कोल्ड कालिंग, थिंक पेयर शेयर, अटेंशन ग्रेबर, हुक के साथ स्मार्ट स्टडी को कक्षा में पीछे बैठकर जानेंगे। विभिन्न गतिविधियों का समायोजन जैसे मोर्निंग मीटिंग, हडल स्पेस, रिवॉर्ड एंड रिकगनाइजेशन के विभिन्न पहलुओं को समझेंगे। पूरा दल सुबह 10:30 बजे विद्यालय में उपस्थित रहेगा और शाम को स्कूल की छुट्टी तक रहेगा।

विद्यालय की गतिविधियों से होंगे रूबरू

विद्यालय में चल रही गतिविधियों, स्कूल लीडरशिप टीम के मैनेजमेंट के साथ “साइकल ऑफ ग्रोथ” को समझेंगे। उन्होंने बताया कि संस्था की विजिट भी मैनेजमेंट का हिस्सा है जिसमें रेगुलर पढाई और कार्यक्रमो के साथ।

40 स्कूलों के 100 से अधिक शिक्षक आ चुके हैं विजिट पर

प्राचार्य संध्या वोरा के अनुसार अन्तराष्ट्रीय स्तर पर इनोवेशन केटेगरी में शीर्ष पर आने के बाद से शासकीय और अशासकीय रूप से 40 विद्यालयों के 100 से अधिक शिक्षक अभी तक सी एम राइज विनोबा में विजिट के लिए आ चुके है। विजिट में एफ एल एन, ओलंपियाड और ग्रेड अनुसार दक्षता संवर्धन के प्रयासों को शेयर किया जाएगा।

संस्था के अनुकूल वातावरण पर होंगे विचार साझा

संस्था के विजिट प्रभारी प्रधान अध्यापक अनिल मिश्रा , अजय मरमट,कविता वर्मा और हीना शाह ने बताया कि आगंतुकों से बेस्ट स्कूल प्रैक्टिसेज और संस्था के अनुकूल वातावरण पर विचार साझा किए जाएंगे, ताकि सीखने-सीखाने की द्वि-पक्षीय पहल हो।

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