सामाजिक सरोकार : विभिन्न विद्यालयों में मनाया वीर बाल दिवस, विद्यार्थियों को किया सम्मानित
⚫ श्री गुरु तेग बहादुर शैक्षणिक विकास समिति द्वारा आयोजन
⚫ साहिबजादो, माता गुजरी एवं सिखों की शहादत दर्शाने वाली लगाई प्रदर्शनी
⚫ वीरता व शहादत के लिए जाना जाता है सिखों का इतिहास : सरदार गुरनाम सिंह
हरमुद्दा
रतलाम, 26 दिसंबर। श्री गुरु तेग बहादुर शैक्षणिक विकास समिति द्वारा नगर में संचालित विभिन्न विद्यालयों में वीर बाल दिवस मनाया गया। साहिबजादो, माता गुजरी एवं सिखों की शहादत दर्शाने वाली प्रदर्शनी लगाई। कार्यक्रम में शामिल होने वाले बच्चों को सम्मानित किया गया।
समिति प्रवक्ता सरदार सुरेंद्र सिंह भामरा ने बताया कि इस अवसर पर श्री गुरू तेगबहादुर पब्लिक स्कूल न्यू रोड, शास्त्री नगर में विभिन्न आयोजन संपन्न हुए। न्यू रोड व शास्त्री नगर स्थित विद्यालय में साहिबजादो, माता गुजरी एवं सिखों की शहादत दर्शाने वाली प्रदर्शनी तथा आयोजन संपन्न हुए । वहीं शास्त्री नगर स्थित विद्यालय में भी सिख गुरुओं की वीरता व शहादत से बच्चों को अवगत करवाने के लिए विभिन्न आयोजन हुए।
वीरता व शहादत के लिए जाना जाता है सिखों का इतिहास : सरदार गुरनाम सिंह
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए समिति अध्यक्ष सरदार गुरनाम सिंह ने मार्गदर्शन देते हुए कहा कि सिखों का इतिहास वीरता व शहादत के लिए जाना जाता है उन्होने कभी भी मुगलों की अधीनता स्वीकार नहीं की तथा अपना धर्म परिवर्तन नहीं किया। सिखों ने हिंदु धर्म की रक्षा के लिए अपना सर्वस्व बलिदान दे दिया। नवमे गुरु तेग बहादुर जी द्वारा हिन्दुस्तान की मुगलो के आक्रमण से की गई रक्षा के कारण हिंद की चादर कहा जाता है। सिखो के दसवे गुरु गोविंद सिंह जी ने धर्म की रक्षा के लिए अपना सर्वस्व बलिदान कर दिया जिसके कारण उन्हें सरवंशदानी कहा जाता है।
कार्यक्रम में शामिल होने वाले बच्चों को किया सम्मानित
इस अवसर पर समिति ने कार्यक्रम में शामिल होने वाले बच्चों को सम्मानित भी किया। उपाध्यक्ष हरजीत चावला, सचिव अजीत छाबड़ा, कोषाध्यक्ष देवेंद्र सिंह वाधवा, प्रवक्ता सुरेंद्र सिंह भामरा, समिति सदस्य सतपाल सिंह डंग, धर्मेंद्र गुरु दत्ता सहित समाजजन, प्राचार्य मेघा वैष्णव, प्रधान अध्यापिका सरला माहेश्वरी, इंचार्ज मनीषा ठक्कर, शिक्षक व विद्यार्थी मौजूद थे। बच्चों को शहीद भाई मोती महरा की स्मृति में दूध का प्रसाद भी वितरित किया गया।