सामाजिक सरोकार : नववर्ष का पहला दिन निराश्रित वृद्धों के नाम
⚫ गुजराती आर्ट्स एंड लॉ कॉलेज एलुमनी ने निभाया सामाजिक सरोकार
⚫ डांसिंग परफॉर्मेंस में बुजुर्गों ने भी कॉलेज के युवा साथियों के साथ जम कर किया नृत्य
हरमुद्दा
इंदौर, 3 जनवरी। नववर्ष की खुशियों मनाने गुजराती आर्ट्स एन्ड लॉ कॉलेज एलुमनी ग्रुप के 90 से ज्यादा सदस्य परदेशीपुरा स्थित आस्था वृद्धाश्रम पर इकट्ठे हुए और जमकर गीत संगीत और नृत्य के साथ निराश्रित वृद्धों के साथ खुशियाँ बिखेरी…
एलुमनी संयोजक प्रवीण नागदिवे ने हरमुद्दा कोबताया कि पूरी तरह से अनौपचारिक इस कार्यक्रम में आश्रम के बुजुर्ग महिला पुरूषों के साथ एलुमनी ने नए वर्ष की खुशियॉं बॉंटने का प्रयास किया गया।
नववर्ष समारोह के दौरान एलुमनी छात्रों ने आश्रम के वृद्ध महिला पुरुषों के 2 ग्रुप बनाए, जिसमें पुरुषों के ग्रुप को शाहरुख नाम दिया और महिलाओं के ग्रुप को काजोल नाम देकर अंताक्षरी खेली गई, जिसमें एलुमनी के साथ बुजुर्गों ने उत्साह से भाग लिया। आश्रम वासी प्रकाश फडके ने चाहे कोई मुझे जंगली कहे गीत सुनाते हुए अपनी यादें शेयर की।
स्टूडेंट्स ने माहौल भर दिया खुशियों से
इस दौरान आश्रम की महिला सदस्यो का काजोल ग्रुप भी पीछे नहीं रहा श्रीमती होलकर जहॉं एक ओर गीत गा रही थी वहीं नृत्य के लिए भी उनमे से कई सदस्य शामिल रहीं बुजुर्ग आश्रमवासीयों के साथ ओल्ड स्टूडेंट्स ने माहौल को खुशियों से भर दिया। इस दौरान वरिष्ठ अभिभाषक प्रमोद द्विवेदी ने कॉलेज मितरो की इस परंपरा की सराहना की वही एलुमनी सदस्य आशा पाटिल ने भी सम्बोधित किया।
सजाई संगीत की महफिल
कार्यक्रम की शुरुआत ग्रुप के गायक जितेंद्र खरे ने हर पल यहां जी भर जियो जो है समा फिर हो न हो गीत से की वहीं सोनू भाटिया, वुअसत बहार, परवीन अरोरा, मनीषा छपरवाल हुकुम सूर्या, मनोज नामदेव, अनिल गायकवाड़, ने संगीत की महफिल सजाई।
डांसिंग परफॉर्मेंस में बुजुर्गों ने भी कॉलेज के युवा साथियों के साथ जम कर किया नृत्य
इस अवसर पर डांसिंग परफॉर्मेंस में बुजुर्गों ने भी कॉलेज के युवा साथियों के साथ जम कर नृत्य किया जिसमे मनीषा नागदिवे, मनीषा छपरवाल, अंजुम पारिख, रिंकू तिवारी, अर्चना रजक, मनोज नामदेव, गोपाल बोरासी, बंटी तंबोली, अर्चना बघेल, नीरू खुराना, भारती शर्मा, राकेश अहिरवार, आशा पाटिल, वुअसत बहार, राजेश सुनहरे, दिनेश शर्मा, राहुल शुक्ला, अजय शर्मा, परवीन मेहरा, जीतेन्द्र गुप्ता, कैलाश पंजाबी, जितेंद कुशवाह आदि शामिल हुए। इस अवसर पर बुजुर्गों को उनकी आवश्यकता की दवाइयाँ अर्चना बघेल, शकुंतला जाधव, वंदना बैस द्वारा दी गई। श्याम शिवहरे परिवार द्वारा सभी को फ्रूट आदि वितरित किए। संचालन गोपाल बोरासी ने किया। आभार रूपेश यादव ने माना।