धर्म संस्कृति : एक हजार किमी लंबा पैदल विहार कर बंधु बेलड़ी का मालवा में मंगल प्रवेश
⚫ इंदौर में 7 फरवरी को गणिवर्य बंधुश्री को आचार्य पदवी प्रदान करेंगे
⚫ रविवार को मध्यप्रदेश में मंगल प्रवेश ग्राम पिटोल झाबुआ से
हरमुद्दा
रतलाम, 19 जनवरी। अयोध्यापुरम एवं सुमेरु नवकार तीर्थ प्रेरक मार्गदर्शक बंधु बेलड़ी पू.आचार्य श्री जिन-हेमचंद्रसागरसूरीश्वर जी म.सा,पू.आ.श्री विरागचंद्रसागरसूरी जी म.सा. एवं पू.गणिवर्य श्री तारकचंद्रसागर जी म.सा.आदि विशाल श्रमण वृंद का रविवार को मध्यप्रदेश में मंगल प्रवेश ग्राम पिटोल झाबुआ से हुआ।
आचार्यश्री कोई एक हजार किलो मीटर का लम्बा विहार करके करीब सात वर्ष बाद मध्यप्रदेश में आये है। वे इंदौर में 7 फरवरी को आचार्य पदवी महोत्सव को निश्रा प्रदान कर गणिवर्य बंधुश्री को पदवी प्रदान करेंगे।
वर्ष 2018 के बाद मालवा में आगमन
आचार्यश्री के रविवार सुबह मध्यप्रदेश गुजरात सीमा राजमार्ग पर ग्राम पिटोल से झाबुआ जिला में मंगल प्रवेश के अवसर पर रतलाम- झाबुआ गुरुभक्त परिवार एवं श्रीसंघ ने मंगल आगवानी की। आचार्यश्री का वर्ष 2018 के बाद अब मालवा में मंगल आगमन होने से भक्त परिवार एवं श्रीसंघों में अभूतपूर्व उत्साह एवं उमंग का वातावरण है। मालवा में उनकी आगामी 100 दिनों की संभावित स्थिरता विभिन्न श्रीसंघो एवं नगरों में रहेगी। इसके पूर्व बंधु बेलड़ी आचार्यश्री वर्ष 2018 में रतलाम श्री करमचंद उपाश्रय में ऐतिहासिक धर्म जागरण चातुर्मास एवं जयंतसेन धाम में उपधान आराधना करवा कर इंदौर आये थे।
31 जनवरी को इंदौर में प्रवेश
बंधु बेलड़ी आचार्यश्री अपने विशाल श्रमण वृंद के साथ संभावित विहार अंतर्गत झाबुआ से राजगढ़, भोपावर, अझ्मेरा, भक्तामर तीर्थ धार, घाटा बिल्लोद, बेटमा होकर 29 जनवरी को इंदौर के हिंकारगिरी तीर्थ पधारेंगे। 31 जनवरी को पूज्यश्री का हाईलिंक सिटी से इंदौर नगर में भव्य प्रवेश होगा। जिसके साथ ही इंदौर के विभिन्न श्रीसंघो में पावन निश्रा में आचार्य पदवी महोत्सव के निमित्त कार्यक्रम आरम्भ होंगे। मुख्य महोत्सव 5 से 7 फरवरी तक दलाल बाग में आयोजित होगा। यंहा श्री बंधु बेलड़ी श्रमण परिवार में इंदौर से गणिवर्य श्री पद्मचन्द्रसागरजी म.सा. एवं गणिवर्य श्री आनंदचन्द्रसागरजी म.सा. को आचार्य पदवी का पावन प्रसंग स्वर्णिम अध्याय के रूप में अंकित होगा।