सृजन अभी अभी : महावीर का अर्थ है सबकी चाहे खैर
⚫ महावीर का अभिप्राय, नहीं किसी से बैर। महावीर का अर्थ है सबकी चाहे खैर।। ⚫
सृजन अभी-अभी : महावीर का अर्थ है सबकी चाहो खैर
⚫ महावीर का अभिप्राय, नहीं किसी से बैर। महावीर का अर्थ है, सबकी चाहो खैर।। ⚫
सृजन अभी अभी : महावीर का अर्थ है सबकी चाहे खैर
⚫ महावीर का अभिप्राय, नहीं किसी से बैर। महावीर का अर्थ है सबकी चाहे खैर।। ⚫
सृजन अभी-अभी : महावीर का अर्थ है सबकी चाहो खैर
⚫ महावीर का अभिप्राय, नहीं किसी से बैर। महावीर का अर्थ है, सबकी चाहो खैर।। ⚫
भगवान महावीर का जीवन मानवता के सर्वोच्च मूल्यों का प्रतीक
विश्वशांति” केवल एक राजनीतिक या सामाजिक संकल्प नहीं। वह प्रत्येक व्यक्ति के अंतर्मन से शुरू होती है। जब मन शांत होता है, विचार सकारात्मक...