भोपाल का नवाबी बैग वर्क, चंदेरी की साड़ियां और सूट नीमच की बीड़ ज्वेलरी लुभा रही कलाप्रेमियों को
🔳 हस्तशिल्प मेले आज आखरी
🔳 मिल रहा अपार स्नेह शिल्पियों को
हरमुद्दा
रतलाम, 7 जनवरी। भोपाल का नवाबी बैग वर्क, चंदेरी की साड़ियां और सूट नीमच की बीड़ ज्वेलरी सहित सैकड़ों कलात्मक वस्तुएं कलाप्रेमियों को लुभा रही है। शहर के कलाप्रेमी प्रदेश के तमाम शिल्पियों की कला एवं उपयोगी सामग्री का अवलोकन कर क्रय कर सकते हैं। मध्यप्रदेश हस्तशिल्प एवं हथकरघा निगम भोपाल द्वारा रोटरी हाल अजंता टॉकिज रोड पर प्रदर्शनी एवं मेले के भव्य आयोजन का 07 जनवरी को रात्रि 9:00 बजे तक रहेगा।
मेला प्रभारी दिलीप सोनी ने बताया कि मेले में लेदर के जूते और चप्पल, टाटा एक्सपोर्ट लेदर के बैग, बेल्ट, पर्स, दूधी की लकड़ी के खिलौने, इंदौर के डेकोरेटिव आइटम, कोलकाता का जूट वर्क, सहारनपुर का शीशम फर्नीचर, खुर्जा के गमले एवं चीनी मिट्टी के सजावटी सामान, यूपी के टॉप्स, कान के झुमके, भोपाल का नवाबी बैग वर्क, चंदेरी की साड़ियां और सूट नीमच की बीड़ ज्वेलरी, जयपुर के सलवार सूट, खादी के बेड पिलो कवर, भोपाल का चिकन वर्क, लखनऊ का बुटीक वर्क, हैदराबाद के मोतियों के हार, मृगनयनी की साड़ियां, सूट और ड्रेस मटेरियल, ग्वालियर की गरबा तथा जोड़ वाली बेडशीट, कोलकाता का काथा वर्क, रायपुर का ऑर्गेनिक कॉटन वर्क, बनारस की साड़ियां सहित अन्य कई आइटम हस्तशिल्प मेले में उपलब्ध है।
मिलता है प्रोत्साहन उन्हें
श्री सोनी ने बताया कि मेले में आए सभी शिल्पी अपनी सामग्री बनाने में पारंगत है। ऐसे में उनकी उत्पादित सामग्री खरीदकर कला को प्रोत्साहन देने के साथ ही उन्हें आजीविका देने का काम भी शहरवासी कर रहे है। श्री सोनी ने बताया कि 7 जनवरी को मेले का आखरी दिन है। शिल्पियों की कला के पारखी रात 9:00 बजे तक सभी कलात्मक वस्तुओं को देखकर पसंद कर क्रय कर सकते हैं।