कुष्ठ रोगियों के प्रति समाज में भेदभाव मिटाने का लिया संकल्प
🔳 स्पर्श कुष्ठ जागरूकता अभियान 13 फरवरी तक
हरमुद्दा
रतलाम, 31 जनवरी। जिले में कुष्ठ उन्मूलन कार्यक्रम के अंतर्गत स्पर्श कुष्ठ जागरूकता अभियान का आयोजन किया जाएगा। कुष्ठ रोगियों के प्रति समाज में भेदभाव मिटाने का सभी ने संकल्प लिया।
सीएमएचओ डॉ. प्रभाकर ननावरे ने बताया कि जिला मुख्यालय पर नोडल अधिकारी डॉ. जी.आर. गौड़ तथा आशीष चौरसिया ने आलोट में डॉ. देवेन्द्र मौर्य, दिलीपनगर में डॉ. प्रभात रंजन ने, पीएचसी शिवगढ में डॉ. समर खान ने हाकिमवाड़ा पर नईम खान सीएचसी पिपलोदा में डॉ. गामड ने जावरा में डॉ. प्रकाश उपाध्याय और डॉ. दीपक पालडिया ने किया । इस अवसर पर नए कुष्ठ रोगियों को खोजने एवं कुष्ठ रोगियों के प्रति समाज में भेदभाव मिटाने का सभी ने संकल्प लिया। यह अभियान 13 फरवरी तक चलाया जाएगा
सामान्यतः 10 हजार में एकाद मरीज कुश्ती रोगी का मिलता : गौड़
जिला कुष्ठ अधिकारी डॉ. गौड़ ने बताया कि अभियान की थीम कुष्ठ के विरूद्व आखिरी युद्व रखी गई है। शरीर पर सुन्न दाग या धब्बा, तंत्रिकाओं में सूजन, पंजों में कमजोरी कुष्ठ रोग के सामान्य चिह्न हैं तो इसकी तत्काल नजदीकी सरकारी अस्पताल में जांच करानी चाहिए । कुष्ठ रोग का उपचार एमडीटी मल्टी ड्रग थेरेपी से किया जाता है और इसका समय पर पता लगने और उपचार कराने पर यह पूरी तरह ठीक हो जाता है। सामान्य रूप से 10 हजार की जनसंख्या पर एक या उससे कम कुष्ठ के मरीज मिलते हैं इसलिए इसके रोगियों को जागरूक कराना आवश्यक है ।
जिले में कुल 81 नए कुष्ठ रोगियों का उपचार
एनएमए शरद शुक्ला ने बताया कि जिले में कुल 81 नए कुष्ठ रोगियों का उपचार किया जा रहा है । जबकि 50 रोगी रोगमुक्त हो चुके हैं ।