कोरोना वायरस : रेड श्रेणी के अस्पताल में सस्पेक्टेड और पॉजीटिव मरीजों के उपचार में तल्लीन हैं रतलाम की बेटी डॉ. संप्रति डारिया
🔲 पिता संजय डारिया सेंट्रल बैंक में हैं सहायक प्रबंधक
हरमुद्दा
रतलाम, 28 अप्रैल। कोरोना जैसी वैश्विक महामारी की चुनौतीपूर्ण घड़ी में जहां पूरी दुनिया का इंसान डरा हुआ है। ऐसे में कोरोना फाईटर्स के रूप में डॉक्टर्स, मेडिकल स्टॉफ, पुलिस, सफाईकर्मी आदि निष्पक्ष भाव से सभी अपनी-अपनी जिम्मेदारी का निर्वाह कर रहे हैं। कोरोना वायरस के संक्रमण से हमारी सुरक्षा कर रहे है। ऐसे उनके जज्बे को अभिनंदन करते हुए आभार व्यक्त करते है। ऐसी ही रतलाम की बेटी डॉ. संप्रति डारिया जो कि इंदौर में महाराजा यशवंतराव हॉस्पिटल (एमवायएच) के तुकोजीराव स्पताल में काफी दिनों से निस्वार्थ भाव से दे रही है।
पिता संजय डारिया के मित्र मनमीत कटारिया ने हरमुद्दा को बताया कि हास्पिटल को शासन द्वारा रेड अस्पताल की श्रेणी में रखा गया, जहां सस्पेक्ट और पॉजीटिव मरीजों का इलाज होता है। अस्पताल में सभी डॉक्टर्स अपनी ड्युटी का निवार्हन कर रहे हैं। आलम यह है कि ड्यूटी पर तैनात डॉक्टर्स अपने-अपने घर नहीं पहुंचे है। यह अस्पताल 5 मंजिला है। इसे तीन भागों में बांटा गया है, जिसमें हाई डिपेंडेसी यूनिट (एच.डी.यू.) – 1 में रतलाम की बेटी डॉ. डारिया, सर्जरी अध्यक्ष, जे.आर. डॉ. आशुतोष मिश्रा रेडियोथैरेपी सदस्य, आदि स्टॉफ नर्स के साथ 17 अप्रैल से निर्भिकता पूर्वक कोरोना वायरस से पीड़ित मरीजों का ईलाज कर रही है।
हमारा प्रयास सभी मरीज घर जाएं स्वस्थ होकर
डॉ. संप्रति डारिया सहित सभी डॉक्टर्स का मानना है कि एमटीएच हॉस्पिटल में निजी सुपर स्पेशियलिटी से बेहतर ईलाज का प्रयास किया जा रहा है और यहां जितने भी कोरोना पॉजीटिव मरीज आए हैं वे स्वस्थ होकर जाए।
कर रहे हैं सभी माकूल उपचार
इसलिए हम यह नहीं देख रहे है कि हमें क्या परेशानी है। हम यह देख रहे है कि इनका माकूल इलाज करने में हम कोई कसर तो नहीं छोड़ रहे है। डॉ. डारिया सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया, शाखा रेलवे कालोनी ,रतलाम के सहायक प्रबंधक संजय डारिया की पुत्री है, जो की वर्तमान मे महात्मा गाँधी मेमोरियल चिकित्सा महाविद्यालय इंदौर में एम.एस जनरल सर्जरी अध्ययनरत है।