ईमानदारी कायम है : शिक्षक ने दिया ईमानदारी संदेश, तो दो घण्टे में हरीश को मिला गायब 8 हजार केश
🔲 मामला एटीएम में रुपए अटकने का
हरमुद्दा
रतलाम, 6 मई। शिक्षक ने ईमानदारी के सबक का संदेश दिया तो दो घण्टे में 8 हजार केश उन्हें मिल गया, जो उम्मीद खो चुके थे। उम्मीद खो चुके व्यक्ति को जब 2 घंटे बाद रुपए मिल गए तो उन्हें बेहद खुशी हुई और ईमानदार शिक्षक के प्रति धन्यवाद ज्ञापित किया।मामला यह है कि शिक्षक रमेश उपाध्याय वीडियो कांफ्रेंसिंग के लिए बीआरसी ऑफिस हाथीखाना गए थे। वहां से लौटने के बाद करीब दो बजे माता जी से मिलने का काटजू नगर जा रहे थे।
सैलाना बस स्टैंड स्थित व्यास बेकरी के पास एटीएम मशीन से रुपए निकालने के लिए गए तो पाया कि एक एटीएम में 500 के नोट पड़े हुए हैं। पहले तो शिक्षक उपाध्याय चिंता में पड़ गए कि आखिर यह किसके हैं? इनको हाथ लगाना चाहिए या नहीं? हिम्मत करके रुपए उठाए और गिने तो 500 के 16 नोट मिले। इस तरह ₹ 8000 रखकर सामान्य जानकारी के अनुसार वे रुपए को लेकर सीधे हाट की चौकी पहुंचे। यहां पर कोई जिम्मेदार नहीं था। कुछ समय इंतजार भी किया। जब चौकी पर श्रीपाल आए तो उन्होंने कहा कि यहां तो पैसे नहीं रखेंगे। आप तो बैंक अधिकारी को दे दीजिए। श्री उपाध्याय ने जब हरमुद्दा को फोन किया तो उन्हें बताया गया कि आप रुपए दो बत्ती थाना टीआई किशोर पाटनवाला को दे दीजिए। उनकी कार्यप्रणाली से संबंधित को रुपए पहुंच जाएंगे। श्री उपाध्याय ने ऐसा ही किया। टीआई के निर्देशानुसार एक आवेदन लिखकर ₹8000 देकर करीब 4 बजे घर पहुंचे।
15 मिनट बाद आया फोन भाई साहब धन्यवाद
दो बत्ती थाना टीआई श्री पाटनवाला ने तत्काल कार्रवाई करते हुए। उसे खोज लिया जिसके रुपए एटीएम में अटक गए थे। उनका नाम हरीश मईडा है। उनके पास दो बत्ती थाने से फोन गया। वे आए व रुपए प्राप्त कर बेहद खुश हुए। तत्काल फोन लगाकर श्री उपाध्याय को धन्यवाद ज्ञापित किया।
अच्छाई का फल जरूर मिलता है : श्री मईडा
कृषि विभाग रतलाम में पदस्थ कृषि विस्तार अधिकारी हरीश मईडा ने हरमुद्दा से चर्चा में बताया कि दोपहर में एटीएम से रुपए निकाले थे, लेकिन मशीन में कोई हलचल नहीं हुई। कुछ समय इंतजार किया फिर दूसरे एटीएम पर गए, तब मोबाइल में सूचना आई कि आपके पैसे निकल गए हैं। एटीएम के टोल फ्री नंबर पर भी फोन किया लेकिन वह लग नहीं पाया। बैंक से भी संपर्क किया तो पता चला कि पैसे तो निकल गए हैं। उम्मीद खो चुका था कि रुपए अब नहीं मिलेंगे लेकिन जब हम किसी का बुरा नहीं करते हैं तो भगवान भी बुरा नहीं होने देता है। मैं भी अपना कार्य ईमानदारी से करता हूं उसी का प्रतिफल आज मुझे इस रूप में मिला है। सभी को यही संदेश है कि जीवन में केवल अच्छाई करते रहो, उसका फल जरुर मिलेगा।