ग्रहण क्या है ? जवाहर तारा मंडल स्क्रिप्ट से हटाएगा पर्दा
हरमुद्दा
शुक्रवार, 19 जून। सूर्य और चंद्र ग्रहण के रहस्यों को प्रयागराज का जवाहर तारामंडल बताएगा। इसके लिए आनंद भवन स्थित जवाहर तारामंडल की टीम 30 मिनट की स्क्रिप्ट तैयार कर रही है।
चंद्र व सूर्य ग्रहण कब लगता है और कैसे होता है? पहली बार ग्रहण कब और कहां लगा था? इस खगोलीय घटना के बारे में बहुत कम लोगों को जानकारी होती है, लेकिन जानने की उत्सुकता बनी रहती है। लोगों की जिज्ञासाओं को शांत करने और यह जानकारी अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचाने के लिए प्रयागराज (इलाहाबाद) स्थित जवाहर तारामंडल विशेष तैयारी कर रहा है।
पहली बार ग्रहणों को लेकर स्क्रिप्ट तैयार की जा रही है। इस शो को देखकर लोग आसानी से समझ सकते हैं कि ग्रहण का रहस्यमयी घटनाचक्र क्या है। अनुमान है कि स्क्रिप्ट तैयार होने और इस शो के चालू होने में करीब दो माह का समय लग सकता है।
आनंद भवन में है जवाहर तारामंडल
नेहरू परिवार के पुराने निवास स्थान आनंद भवन में ही जवाहर तारामंडल स्थित है। पृथ्वी से ब्रह्मांड तक की जानकारी देने वाले इस तारामंडल में दूरदराज से लोग आते हैं। इस बार तारामंडल की टीम एक नए शो को लांच करने जा रही है। यह 30 मिनट का होगा और इसमें ग्रहण से संबंधित समग्र जानकारी दर्शकों के सामने प्रस्तुत की जाएगी।
अंधविश्वास छोड़ देखना चाहिए सभी को
तारामंडल की एजुकेटर सुरूर फातिमा ने बताया कि 21 जून को सूर्य ग्रहण होगा। इसमें सूर्य वलयाकार में दिखेगा। हरियाणा के कुरुक्षेत्र में यह सूर्यग्रहण पूरी तरह से साफ दिखेगा लेकिन यहां यह आंशिक रूप से नजर आएगा। उन्होंने बताया कि यह एक प्राकृतिक घटना है, इसे सभी को देखना चाहिए। कुछ लोग इसे लेकर अंधविश्वास में रहते हैं।
ग्रहणों के रहस्य पर रोचक होगी स्क्रिप्ट
जवाहर तारामंडल के निदेशक डॉ. रवि किरण कहते हैं कि हम लोग पहली बार अपने तारामंडल में ग्रहणों के रहस्य पर आधारित स्क्रिप्ट तैयार कर रहे हैं। यह बहुत ही रोचक होगा। जल्द ही यह शो तारामंडल में दिखाया जाएगा। इस शो को देखने के बाद यह बिल्कुल स्पष्ट हो जाएगा कि ग्रहण क्या है।