संक्रमित महिला की मौत के बाद अंतिम संस्कार करवाया काकानी सोशल वेलफेयर फाउंडेशन ने, बड़ी मुश्किल से दी परिजनों ने मुखाग्नि
🔲 परिजनों के पास नहीं थे अंतिम संस्कार करवाने के रुपए
🔲 हरिद्वार में फाउंडेशन करवाता है अस्थियों का विसर्जन
हरमुद्दा
रतलाम, 19 जून। कोरोना वायरस संक्रमण से जान गंवाने वाली महिला का अंतिम संस्कार काकानी सोशल वेलफेयर फाउंडेशन ने किया। परिजनों के पास अंतिम संस्कार तक के रुपए में नहीं थे।
उल्लेखनीय है कि कोरोनावायरस संक्रमण के बाद 15 जून से मेडिकल कॉलेज में ताल निवासी महिला का उपचार किया जा रहा था, जिसकी मौत गुरुवार को हो गई। फाउंडेशन के सचिव गोविंद काकानी ने हरमुद्दा को बताया कि जिला प्रशासन द्वारा सूचित किया गया था कि महिला के परिजनों के पास रुपए का अभाव है। इसलिए अंतिम संस्कार करवाया जाए। तत्पश्चात फाउंडेशन ने महिला का अंतिम संस्कार सरला राजेंद्र वर्मा द्वारा दी गई आर्थिक सहायता से करवाया गया।
बड़ी मुश्किल से माने मुखाग्नि देने के लिए परिजन
भक्तन की बावड़ी मुक्तिधाम समिति के व्यवस्थापक मनोज प्रजापति ने हरमुद्दा को बताया कि परिजनों के मन में संक्रमण का इतना डर बैठ गया था कि वह अंतिम संस्कार करने तक को तैयार नहीं थे। जब उनको बताया कि अस्थि संचय करने भी आओगे या नहीं? तब बेटे बोला नहीं, हमारी मां है, अस्थि संचय तो करेंगे ही। तब उन्हें समझाया गया कि मां है तो अंतिम संस्कार भी करो। यह पुण्य का कार्य है। तब जाकर वे समझे और अंतिम संस्कार किया।
पूरी सावधानी के साथ हुआ अंतिम संस्कार, दी श्रद्धांजलि
कोरोनावायरस ग्रसित महिला होने के कारण पूरी सावधानी बरतते हुए अंतिम संस्कार किया गया। इस दौरान पुलिस प्रशासन, शमशान समिति, परिजन, फाउंडेशन, समन्वय परिवार की ओर से दिवंगत को श्रद्धांजलि अर्पित की गई। पंच लकड़ी लेकर परिजन अपने घर रवाना हुए।
हर छह माह में हरिद्वार में करते हैं अस्थियां विसर्जित
फाउंडेशन के सचिव श्री काकानी ने बताया कि मुक्तिधाम पर लावारिस का अंतिम संस्कार फाउंडेशन द्वारा करवाया जाता है। उन सभी व्यक्तियों की अस्थियां संग्रहण करके रखी जाती है। हर छह माह में उन्हें हरिद्वार जाकर भारतीय परंपरा अनुसार विसर्जन किया जाता है।