प्रेरक बातों, सकारात्मक विचारों से बढ़ाया जा रहा है कोरोना मरीजों का हौसला
🔲 कलेक्टर रुचिका चौहान ने की पहल
हरमुद्दा
रतलाम, 12 अगस्त। रतलाम मेडिकल कॉलेज में भर्ती कोरोना मरीजों के आत्मविश्वास को बनाए रखने, शीघ्र स्वस्थ होने के लिए भीतरी शक्ति के विकास एवं हौसला अफजाई के लिए कलेक्टर रुचिका चौहान द्वारा पहल की गई है।
कलेक्टर की इस पहल के तहत मोटिवेशनल स्पीकर द्वारा कोविड- आईसीयू में भर्ती मरीजों से संवाद कायम करते हुए सकारात्मक विचारों, प्रेरक बातों से उनकी हौसला अफजाई की जा रही है।
मरीजों से किया आशीष दशोत्तर ने संवाद
बुधवार को भी आशीष दशोत्तर द्वारा मेडिकल कॉलेज के कोविड-आईसीयू में भर्ती मरीजों से संवाद किया गया। श्री दशोत्तर ने वार्ड के गेट के बाहर बाहर खड़े रहकर माइक के माध्यम से मरीजों को विभिन्न दृष्टांत सुनाएं, प्रेरक उदाहरण दिए जिससे मरीजों में सकारात्मक भाव के साथ मन में आत्मविश्वास उत्पन्न हुआ, चेहरे पर चमक आई।
मेडिकल कालेज में सकारात्मक विचार, प्रेरक प्रसंग और सार्थक संवाद से वहां भर्ती कोरोना योद्धा अपने आपको मज़बूत महसूस कर रहे हैं। उनके आत्मविश्वास में वृद्धि हो रही है और ये कोरोना योद्धा संक्रमण से मुक्त होकर बेहतर कल का संकल्प ले रहे हैं।
हम हैं तो क्या गम हैं
आत्मविश्वास बढ़ाने के लिए संचालित किए जा रहे प्रोग्राम “हम हैं, तो क्या गम है” के तहत कोरोना योद्धाओं को प्रेरक वक्तव्य, स्लोगन, कविता और गीत के माध्यम से प्रेरित किया जा रहा है। हर दिन से जुड़े विशेष प्रसंग और उससे मिल रही प्रेरणा के जरिए यह बताया जा रहा है कि आत्मविश्वास से ही हर मुश्किल का सामना किया जा सकता है।
मुश्किल का सामना करने की सीख
वहां समझाया जाता है कि हर कोरोना योद्धा अपने आप को महत्वपूर्ण समझे और स्वयं की भूमिका को प्रभावी माने, इस उद्देश्य से उन्हें उनकी महत्वपूर्ण भूमिका से अवगत भी कराया जा रहा है। जीवन के सकारात्मक पहलुओं द्वारा योद्धाओं को जीवन जीने के तरीके और हर मुश्किल का सामना करने की सीख भी दी जा रही है। प्रेरणादायक इस पहल से कोराना योद्धा भी आत्मविश्वास की वृद्धि महसूस कर रहे हैं। वे भी अपने विचारों की अभिव्यक्ति कर संक्रमण के वातावरण से मुक्त होने और कोरोना को हराने का संकल्प ले रहे हैं।