जिले के पहले आजीविका मार्ट का शुभारंभ
🔲 प्रदेश एवं राष्ट्रीय स्तर पर होगी सामग्रियों की बिक्री
हरमुद्दा
शाजापुर, 15 अगस्त। राज्य ग्रामीण अजीविका मिशन जिला ईकाई शाजापुर के तत्वावधान में स्वसहायता समूहों द्वारा उत्पादित एवं निर्मित सामग्रियों को बाजार उपलब्ध कराने और उन्हें किसी एक स्थान पर विक्रय करने के उद्देश्य से जनपद पंचायत परिसर की 21 नम्बर दुकान में जिले के पहले आजीविका मार्ट का शुभारंभ कलेक्टर दिनेश जैन एवं अम्बाराम कराड़ा ने फीता काटकर एवं दीप प्रज्वलित कर किया।
इस अवसर पर जिला पंचायत सीईओ मीशा सिंह, जनपद सीईओ प्रतिभा जैन, एनआरएलएम प्रबंधक महेन्द्र व्यास, उमेश टेलर, आशीष नागर, जनपद पंचायत अध्यक्ष प्रतिनिधि भैरूसिंह सौराष्ट्रीय, जनपद उपाध्यक्ष बालाराम गुर्जर सहित स्वसहायता समूहों की महिलाएं एवं गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।
सामग्रियां भी की क्रय
कलेक्टर एवं जिला पंचायत सीईओ की पहल पर जिले में अजीविका मार्ट प्रारंभ किया गया है। कलेक्टर श्री जैन एवं श्री अम्बाराम कराड़ा सहित अन्य अतिथियों ने इस अवसर पर सामग्रियां भी क्रय की।
इन सामग्रियों की होगी बिक्री
इस आजीविका मार्ट में स्वसहायता द्वारा निर्मित उत्पादित सामग्रियो का विक्रय एवं प्रदर्शन किया गया है, जिनमें विशेष आर्कषण समूहो द्वारा बनाई गई खाद्य सामग्री जैसे रोस्टेड अलसी, मिर्च पावडर, धनिया पावडर, दलिया, पापड, चिप्स, अचार, आंवाला केंडी, मुरब्बा आदि मेकरम के गृह सज्जा की सामग्री, गमले, सर्फ, साबुन, शेम्पू, हेंडवास, सेनेट्रीमास्क, झाडू, टोकरी आदि का विक्रय किया जायेगा। यहां कि सामग्री शुद्ध एवं बाजार मूल्य से कम दरों में उपलब्ध रहेगी। जिला परियोजना प्रबंधक एवं मुख्य कार्यपालन अधिकारी सुश्री प्रतिभा जैन जनपद पंचायत शाजापुर ने बताया कि इस अनूठी पहल से स्व सहायता समूह की दीदीयो की आजीविका में वृद्धि होकर सामाजिक एवं आर्थिक स्थिति में सुधार होगा एवं जिले में उनको अलग पहचान मिलेगी।
प्रदेश एवं राष्ट्रीय स्तर पर होगी सामग्रियों की बिक्री
आजीविका मार्ट के माध्यम से जिला स्तर पर स्व सहायता समूहो की उत्पाद सामग्रियो के प्रदर्शन एवं विक्रय हेतु एक व्यवस्थित प्लेटफार्म की व्यवस्था की गई है। इनके द्वारा प्रदेश एवं राष्ट्रीय स्तर पर अपनी सामग्रियो का विक्रय करने हेतु प्रयास भी किया जा रहा है। उल्लेखनीय है कि कोरोना महामारी सक्रमण की रोकथाम हेतु जिले के स्वसहायता समूह द्वारा लगभग 170000 हजार मास्क, पीपीई किट लगभग 1400 ,सेनेटाईजर एवं हेंडवास तैयार कर महत्वपूर्ण योगदान किया गया है।