श्रम संगठनों की संयुक्त समिति के बैनर तले मनाया राष्ट्रव्यापी चेतावनी दिवस
हरमुद्दा
रतलाम, 23 सितंबर। मजदूर विरोधी विनाशकारी नीतियों एवं वेतन कटौती तथा रोजगार के नुकसान के खिलाफ 23 सितंबर 2020 को राष्ट्रव्यापी जंगी विरोध के अंतर्गत आज रतलाम में भी श्रम संगठनों की संयुक्त समिति द्वारा अलकापुरी स्थित श्रमिक गार्डन में राष्ट्रव्यापी चेतावनी दिवस मनाया गया।
श्रम संगठनों की संयुक्त समिति अध्यक्ष अश्विनी शर्मा ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि सरकार द्वारा कार्यकारी आदेशों और अध्यादेशों के माध्यम से श्रम अधिकारों के कानूनों को दबाने और बदलने, बीमा व महत्वपूर्ण वित्तीय क्षेत्र रेलवे, रक्षा, कोयला इस्पात, पेट्रोलियम ,बिजली आदि सहित केंद्रीय और राज्य के सार्वजनिक क्षेत्र के उद्यमों के विनाशकारी विनिवेशिकरण/निजीकरण, निरंतर नौकरी के खात्मे, वेतन में कटौती, सरकारी कर्मचारी, सार्वजनिक उपक्रमों के कर्मियों पर थोपी जा रही। समयपूर्व सेवानिवृत्ति, महंगाई भत्ता, पेंशन धारियों के महंगाई राहत फ्रिज किया जाना, कृषि और कृषि उत्पादों के व्यापार के प्रबंधन में जन विरोधी परिवर्तन और अध्यादेशों के माध्यम से आवश्यक वस्तु अधिनियम का खात्मा, कामकाजी जनता के लोकतांत्रिक अधिकारों और समाज में अन्य वर्गों पर हमलों के खिलाफ आज एक दिवसीय राष्ट्रव्यापी विरोध विरोध दिवस मनाया जा रहा है।
इन्होंने भी किए विचार व्यक्त
कार्यक्रम के पूर्व सभी सदस्यों द्वारा जोरदार नारेबाजी की गई सभा को बैंक एंप्लाइज यूनियन के हरीश यादव, एमआर यूनियन के सचिव हरीश सोनी, एवं इंटक काउंसिल के अध्यक्ष मनोज पांडे ने भी विचार व्यक्त किए।
यह थे मौजूद
कार्यक्रम में मुख्य रूप से इंटक के ईश्वर बाबा, भंवर सिंह,राजकुमार जैन, ओम प्रकाश त्रिपाठी, तृतीय श्रेणी कर्मचारी संघ के श्याम टेकवानी, तेजपाल सिंह, बैंक यूनियन के नरेंद्र जोशी, पेंशनर गीता देवी राठौर, आशा उषा संघ के अध्यक्ष कीर्ति शर्मा, नरेंद्र पुरोहित, एल आई सी के प्रियेश शर्मा, एम आर यूनियन के विजय सिंह पंवार, सौरभ पाठक, छोटू शर्मा, मयंक चुनकर, प्रिंस कुमार आदि उपस्थित थे। संचालन स्नेहिल मोघे ने किया। आभार वैभव व्यास ने माना।