अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर कलेक्टर ने कहा- महिलाएं पहचाने अपनी ताकत
हरमुद्दा डॉट कॉम
रतलाम 8 मार्च। महिला अपने आप में एक बड़ी ताकत है। जरूरत उसको अपनी ताकत को पहचानने की है। बच्चे मां के सबसे ज्यादा नजदीक होते हैं, इसलिए संस्कारित बच्चों के निर्माण में मां का सबसे बड़ी भूमिका होती है। घरों में बेटे बेटियों के बीच किसी प्रकार से भेदभाव नहीं करें।
यह बात कलेक्टर रुचिका चौहान ने अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर रतलाम में आयोजित एक कार्यक्रम में कही। कार्यक्रम में कृषि वैज्ञानिक डॉ. बरखा शर्मा, डॉ. लीला जोशी, महिला बाल विकास विभाग के संयुक्त संचालक उज्जैन एनएस तोमर, जिला प्रभारी एवं संयुक्त कलेक्टर लक्ष्मी गामड़, सहायक संचालक महिला बाल विकास अंकिता पंड्या तथा विभागीय महिलाएं उपस्थिति थीं।
22 तक पोषण पखवाड़ा
कलेक्टर ने 8 से 22 मार्च तक चलने वाले पोषण पखवाड़े का शुभारंभ करते हुए उपस्थितजनों को कुपोषण के विरुद्ध शपथ दिलवाई। साथ ही बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ की भी शपथ दिलवाई। लोकसभा चुनाव को देखते हुए अधिकाधिक मतदान की शपथ भी दिलाई। इसके पूर्व 8 मार्च की सुबह अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्ष्य में महिला बाल विकास विभाग द्वारा एक रैली तथा मानव श्रृंखला निर्माण आयोजन भी किया गया।