महालक्ष्मी पूजन का उत्साह : सांझ होते ही चारों ओर फैला समृद्धि का उजियारा, वातावरण रहा न्यारा न्यारा
🔲 महालक्ष्मी मंदिर में लगी भक्तों की भीड़
हरमुद्दा
शनिवार, 14 नवंबर। दीपावली पर शनिवार को दुर्लभ स्वस्ति योग में भक्तों ने धन की अधिष्ठात्री देवी माता लक्ष्मी का पूजन किया। सांझ होते ही समृद्घि के दीपों से चारों ओर खुशियों का उजियारा फैल गया। वंदनवार तथा फूलों की लड़ियों से सजे घर द्वार विद्युत रोशनी से दमक रहे थे। दीपों से धरती तथा आतिशबाजी से रोशन आकाश ने अमावस्या के अंधकार को हर लिया था।
शहर में सुबह से उत्सव का उल्लास नजर आने लगा था। माणक चौक स्थित महालक्ष्मी के प्राचीन मंदिर में दर्शनार्थियों की भीड़ सुबह से लगी रही। रात तक भक्तजन दर्शन के लिए आते रहे।
दिनभर उद्योग एवं कार्यालय में और गोधूलि बेला में घर-घर में हुआ पूजन
बाजार में दिनभर पूजन सामग्री व हार, फूल की खरीदी के लिए भीड़ लगी रही। प्रतिष्ठान, उद्योग व कार्यालयों में दिन में लक्ष्मी पूजा हुई। घरों में गोधूलि वेला में स्थिर लग्न में दशविध लक्ष्मी की कामना से पूजा अर्चना की गई। जैसे ही सांझ ढली दीपों की रोशनी से धरती आकाश गंगा सी दमने लगी। लोगों ने पूजा अर्चना के बाद आतिशबाजी की। दीपावली की रात को साधना की रात्रि कहा जाता है। साधक व आराधकों ने तंत्र, मंत्र व यंत्र की सिद्घि के लिए गुप्त रात्रि साधना की।
इठलाया गेंदा, हार के भाव रहे आसमान पर
मालवा की लोकपरंपरा में दीपावली पर गेंदे के फूलों से घर की सज्जा की जाती है। इस दिन गेंदे के फूलों की सबसे अधिक खपत होती है। इस बार मौसम की बेरुखी के चलते गेंदे के फूलों की पैदावार कम हुई। इसके चलते भाव आसमान को छूने लगे। छोटे हार की कीमत 30 से 60 रुपए थी। कुछ बड़े हार 80 से 100 रुपए रहे। सफेद फूलों के हार ग्राहकों को 60 से 80 रुपये में खरीदना पड़े। इन दिनों कमल के फूलों की बहार आई हुई है। भक्तों ने माता लक्ष्मी को अर्पित करने के लिए 5 से 10 रुपये प्रति नग में लाल व सफेद कमल पुष्प खरीदे।
पैदल चलना भी रहा मुश्किल
चांदनी चौक, माणक चौक, चौमुखी पुल, घास बाजार, दौलत गंज, धानमंडी, दो बत्ती, शहर सराय, सज्जन मिल रोड सहित अन्य क्षेत्रों में त्योहारी खरीदी के चलते लोग बाजार में उमड़ पड़े। इससे इन क्षेत्रों में दिनभर जाम की स्थिति बनी रही। व्यस्ततम बाजारों में लोगों का पैदल चलना मुश्किल हो गया था।