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प्रशासन की ढिलाई ने संक्रमण की मुसीबत बढ़ाई, अब जरूरी है सख्त कढ़ाई, वरना कोरोना वायरस से जाने कितनों की होगी अंतिम विदाई

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हरमुद्दा

रतलाम, 19 नवंबर। कोरोना वायरस संक्रमण के बढ़ते दौर में प्रशासन की ढिलाई ने मुसीबत बढ़ाई है। अनलॉक के नियमों का पालन करवाने में हद दर्जे की लापरवाही अपनाई। तभी तो दीपोत्सव की गले मिल कर दी बधाई और खाई व खिलाई मिठाई। कोरोना वायरस क्या है यह सब भूले भाई। त्यौहार की भीड़ के आनन्द में वायरस ने जाने कितनों के साथ कर ली है सगाई। हर दिन होगा आंकड़े में उजागर भाई। अभी भी प्रशासन ने सख्ती नहीं बढ़ाई और आमजन ने मनमानी अपनाई तो घरों से लोगों की कोरोना वायरस करेगा अंतिम विदाई। फिर ना कहना किसी ने नहीं समझाया मेरे भाई।

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रतलाम शहर में कहीं पर भी ऐसा नजर नहीं आ रहा है कि विश्व स्तरीय घातक बीमारी का कहर फैला हुआ है। अनलॉक के दौर में डर भी अनलॉक हो गया है और शहरवासी नियमों का पालन नहीं कर रहे हैं। बाजार पर अतिक्रमण पसरता जा रहा है और सड़कें छोटी हो रही है। नतीजतन चलने में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना बेहद मुश्किल हो रहा है।

दुकानदारों को पकड़ने से नहीं रोक पाया प्रशासन

बृजेश त्रिवेदी ने बताया कि दीपोत्सव के त्यौहार में भी प्रशासन दुकानदारों को सड़क पर पसरने में रोक नहीं पाया। दुकानदारों ने न केवल ओटलो पर कब्जा किया है बल्कि फुटपाथ भी अपने कब्जे में ले लिया है और जिम्मेदार प्रशासन धृतराष्ट्र से दो कदम आगे अंधा, गूंगा, बहरा बना हुआ है।

जिम्मेदार हो गए बेपरवाह

व्यापारी मनोज शर्मा का कहना है कि चुनावी रंग और दीपोत्सव की उमंग के बीच आई ठंड ने कोरोना वायरस के संक्रमण को काफी बढ़ाया है। सोशल डिस्टेंसिंग और मास्क को तो भूल ही गए हैं। वहीं जिम्मेदार जिला प्रशासन और नगर निगम प्रशासन ने तो कोरोना वायरस के मसले से पल्ला ही झाड़ लिया है। न सफाई की ओर ध्यान है नहीं दवाई का छिड़काव किया जा रहा है जो कि लॉकडाउन के समय किया गया था। हैंड वॉश के लिए जगह-जगह टंकियां लगाई गई थी, अनलॉक के होते ही सभी जिम्मेदार भी बेपरवाह हो गए। अब न तो ऑफिसों में हैंड सेनीटाइज करवाए जा रहे है और न ही सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करवाया जा रहा है।

कोई रोकने टोकने वाला नहीं

शिक्षिका वृत्तिका त्रिपाठी का कहना है कि जिला प्रशासन के फील्ड में घूमने वाले अधिकारी और कर्मचारी भी ना तो मास्क लगा रहा है और नहीं हैंडवाश कर रहे हैं। दुकानदारों की मनमानी चल रही है। कोई रोकने टोकने वाला नहीं है।

चीख चीख कर बता रहे हैं, आंकड़े, वरना निकल जाएगी चीख

एमडी उदित अग्रवाल का कहना है कि संक्रमित होने वालों के बढ़ते हुए आंकड़े चीख चीख कर चिल्ला रहे हैं कि नहीं माने तो चीख निकल जाएगी। 2 दिन में 115 के संक्रमित होने का मामला कोई कमतर नहीं है। यह भी तब है, जबकि कई जांच रिपोर्ट आना शेष है। जितने लोगों के सैंपल लिए गए हैं उससे कई गुना अधिक लोग अभी जांच करवाने में रुचि नहीं दिखा रहे हैं। वह न जाने कितने को संक्रमित करेंगे और संक्रमण का वायरस फैलाएंगे, कोई नहीं जानता।

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