नवाचार : आत्म-निर्भर मध्यप्रदेश की परिकल्पना होगी साकार, मजदूरों को काम मिलेगा अपार
हरमुद्दा
पिपलौदा/रतलाम, 29 नवंबर। आत्म-निर्भर मध्यप्रदेश की परिकल्पना को साकार करने के लिये मनरेगा अंतर्गत ग्रामीण क्षेत्रो मे ऐसे सामुदायिक कार्य प्राथमिकता से करवाये जा रहे है, जिनमे अधिक से अधिक श्रमिकों को रोजगार प्राप्त हो सके।
मानसून अवधि में सामुदायिक भूमि पर वृक्षारोपण, निजी भूमि पर फलोद्यान, मंदिर कुंज, हैबिटेट रेस्टोरेशन जैसे कार्य कराने तथा जल-संरक्षण और संवर्धन के कार्यों के तहत कंटूर ट्रेंच, बोल्डर चेकडेम, गोवियन संरचना जैसे कार्य प्रारंभ किए गए है।
मनरेगा योजना में माँ आशापुरा स्व-सहायता समूह ने नर्सरी का काम प्रारंभ
इसी कड़ी मे ग्राम आम्बा में महिला स्व-सहायता समूहो को विभिन्न गतिविधियों से जोड़कर सामाजिक एवं आर्थिक रूप से आत्म-निर्भर बनाने की पहल की गई है। ग्रामीण आजीविका परियोजना के तहत गठित स्व-सहायता समूहों को संजय निकुंज उद्यान मनरेगा योजना में माँ आशापुरा स्व-सहायता समूह ने नर्सरी का काम प्रारंभ किया है।
गांव-गांव में अभियान : सुधीर जैन
शनिवार को भोपाल से आई टीम के उपायुक्त सुधीर जैन ने हरमुद्दा को बताया की स्वयं सहायता समूह एवं नर्सरी के बीच पौधे लगाने का कार्य किया जा रहा है। गांव-गांव में अभियान कर नर्सरी में ही पौधे तैयार करने का कार्य किया जा रहा है जिससे समूह की महिलाए आर्थिक गतिविधि का संचालन कर आय अर्जित कर सकेगी।
इन्होंने भी किया निरीक्षण
इस दौरान एसएल सोलंकी, दीपक देवड़ा जनपद पंचायत सीईओ अल्फिया खान, राष्ट्रीय आजीविका मिशन के जिला अधिकारी हिमांशु शुक्ला, ब्लाक के कोडीनेटर आर एस परमार, उद्यान अधीक्षक सूर्य प्रकाश शर्मा, ग्राम पंचायत सचिव अशोक सेन ने संजय स्वयं सहायता की महिलाओ से चर्चा कर संजय निकुंज उद्यान का निरीक्षण किया।