जब लोकायुक्त टीम के हत्थे चढ़ते ही रिश्वतखोर अधिकारी घबरा कर रोने लगा

🔲 अनुदान स्वीकृति के लिए 10 हजार की रिश्वत लेते मत्स्य विभाग का अधिकार धराया

हरमुद्दा
रतलाम, 22 दिसंबर। रतलाम के मत्स्य विभाग के सहायक संचालक को रिश्वत लेते उज्जैन लोकायुक्त की टीम ने धर दबोचा। लोकायुक्त टीम के हत्थे चढ़ते ही रिश्वतखोर अधिकारी घबरा कर रोने लगा। टीम ने अधिकारी के पास से रिश्वत के 10 हजार रुपए भी जब्त किए हैं।

जानकारी के अनुसार पिपलौदी निवासी किसान शोभाराम धाकड़ ने लोकायुक्त को शिकायत की संचालक डेढ़ लाख के अनुदान की स्वीकृति के लिए 50 हजार की रिश्वत मांगी थी। किसान शोभाराम ने रिश्वतखोर संचालक 25 हजार दे चुका था। लेकिन संचालक ने बजट की समस्या बताकर अनुदान की स्वीकृति नहीं दी।

लोकायुक्त टीम ने बनाई रणनीति

जिसके बाद शोभाराम ने लोकायुक्त को मामले की शिकायत की। उक्त शिकायत पर टीम ने शोभाराम 500 -500 के 10 हजार के नोटों की गड्डी दी और सहायक संचालक को रुपए देने के बाद कार्यालय के बाहर खड़ी टीम को इशारा करने की रणनीति बनाई गई।

रिश्वतखोर ने राशि रख ली अपनी डायरी में

 

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किसान शोभाराम 

शोभाराम टीम के कहे अनुसार मंगलवार दोपहर 1 बजे रतलाम के मत्स्य विभाग के कार्यालय पहुंचा और रिश्वतखोर संचालक को लोकायुक्त द्वारा दिए 10 हजार रुपए दे दिए। रिश्वतखोर संचालक उक्त राशि अपनी डायरी में रख दिए। इस बीच शोभाराम ने बाहर आकर टीम को इशारा किया। जिसके बाद लोकायुक्त की टीम रिश्वतखोर संचालक के ऑफिस में पहुंची और दिए हुए नोटों की जांच कर आरोपी के हाथ कैमिकल से धुलाए। जिसके बाद पानी का रंग बदल गया।

रिश्वतखोर अधिकारी देने लगा आत्महत्या की धमकी

ऑफिस में मौजूद बहादुर सिंह डामर लोकायुक्त की टीम को देखकर घबरा गया और रोने लगा। रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ पकड़ाया आरोपी बहादुर सिंह किसान को कार्रवाई का दोष देते हुए आत्महत्या करने की धमकी देने लगा। लोकायुक्त की टीम द्वारा रिश्वत प्रकरण से संबंधित समस्त दस्तावेज और अन्य जानकारी जुटाकर आगे की कार्रवाई की जा रही है।

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