सामाजिक सरोकार : समाजसेवी पीपाड़ा ने परलोक जाने के बाद भी दिया समाजसेवा का अनुकरणीय उदाहरण, अंगदान कर रोशन किया रतलाम का नाम
हरमुद्दा
रतलाम, 27 दिसंबर। जैन श्वेतांबर सोशल ग्रुप के सचिव व समाजसेवी सुरेश पीपाड़ा ने परलोक जाने के बाद भी समाज सेवा का उत्कृष्ट व अनुकरणीय उदाहरण दिया। परिजनों ने उनके अंगदान कर रतलाम का नाम रोशन किया।
समाजसेवी गोविंद काकानी ने हरमुद्दा को बताया कि मानव सेवा समिति के वरिष्ठ उपाध्यक्ष अनिल पीपाड़ा एवं प्रॉपर्टी ब्रोकर एसोसिएशन के अध्यक्ष राकेश पीपाड़ा के बड़े भाई सुरेश पिता भेरुलाल पीपाड़ा ( 54 ) निवासी हाथीराम दरवाजा का बीमारी के चलते सर में नस फटने से ब्रेन डेड हो गया। उन्हें 23 दिसंबर को बड़ौदा अस्पताल में भर्ती कराया था, जहां 26 तारीख को ब्रेन डेड की खबर डॉक्टरों द्वारा बताई।
परिजनों ने की चर्चा और लिया निर्णय
इस पर पुत्र श्रेयांश, बड़ी बहन श्रेया, चिराग जैन, छोटी बहन श्रुति ने माता सुनीता एवं अपने परिवार वालों से विचार विमर्श कर अंगदान करने का निर्णय लिया। डॉक्टरों द्वारा समाजसेवी स्व. पीपाड़ा की दो किडनी, लीवर एवं दोनों आंखें उत्सारित की गई जो कि जरूरतमंद व्यक्तियों के लिए दान में दे दी गई।
समाज सेवा में रहते थे तत्पर
स्व. सुरेश पीपाड़ा ने जैन श्वेतांबर सोशल ग्रुप के सचिव पद का कार्य संभाल रखा था एवं अपने पूरे परिवार के साथ रक्तदान के महायज्ञ में सक्रिय सदस्य के रूप में सदैव तत्पर रहते थे।
मुक्तिधाम पर की श्रद्धांजलि अर्पित
रविवार सुबह उनका अंतिम संस्कार त्रिवेणी मुक्तिधाम पर बड़ी संख्या में अनेक संस्थाओं के प्रतिनिधि एवं समाज जनों के उपस्थिति में किया गया। त्रिवेणी मुक्तिधाम पर सभी संस्थाओं एवं समाज की ओर से अश्रुपूरित श्रद्धांजलि अर्पित की गई।