जिम्मेदारों की लापरवाही : कोरोना संक्रमित युवा की ना तो रिपोर्ट दी और नहीं हुआ उपचार, दिन हो गए चार
🔲 हेल्पलाइन नंबर पर भी किया फोन मगर नहीं आया
🔲 जागरूकता के चलते स्वयं ने ही उपचार किया शुरू
हरमुद्दा
रतलाम, 1 जनवरी। स्वास्थ्य विभाग को प्राथमिकता में कोरोना वायरस से प्रभावित लोगों का उपचार करने का जिम्मा दे रखा है। मगर जिम्मेदार लापरवाही बरत रहे हैं। कोरोना वायरस से संक्रमित हुए युवा की जानकारी ना तो घर पर दी गई और नहीं आज तक उपचार करने को ही पहुंचा है। जांच करवाए 5 दिन हो गए।
हरमुद्दा से चर्चा में सैफी नगर केे 25 वर्षीय दिव्येश सोनी ने बताया कि सर्दी होने के साथ ही मुझे ऐसा लग रहा था कि कुछ गड़बड़ है तो मैं 28 दिसंबर को जिला चिकित्सालय जांच करवाने पहुंचा। चिट्ठी बनवाई। उसमें मोबाइल नंबर भी लिखे हुए थे। ताकि रिपोर्ट की जानकारी मिल जाए। 2 दिन तक कुछ जानकारी नहीं मिलने पर जब जिला चिकित्सालय पहुंचा तो उनके रजिस्टर में मेरा मोबाइल नंबर ही गलत लिख रखा था। उन्होंने मेरी रिपोर्ट पॉजिटिव बताई। रिपोर्ट मांगी गई तो देने से इंकार कर दिया गया। कहा गया कि रिपोर्ट घर पर भेजी जाएगी।
अब तक कोई सुध लेने नहीं आया
मुद्दे की बात यह है कि पॉजिटिव होने की जानकारी मिलने के बाद भी 2 दिन बीत गए मगर जिला चिकित्सालय एवं स्वास्थ्य विभाग से रिपोर्ट लेकर कोई भी बंदा नहीं आया और नहीं उपचार शुरू किया गया। कोरोना वायरस हेल्पलाइन नंबर पर भी जानकारी दी गई मगर वहां से भी अब तक कोई सुध लेने नहीं आया।
दोस्त भी हुए हैं पॉजिटिव तो शुरू कर दी दवाई लेना
श्री सोनी ने बताया कि मेरे दोस्त हैं, वह भी पॉजिटिव आए थे। इसलिए मैंने भी जांच करवाई और आशंका के चलते अपने तई प्रयास से तत्काल उपचार शुरू करवा दिया ताकि कोरोना संक्रमण को फैलने से रोका जा सके।
जागरूकता के बावजूद भी कोई सरोकार नहीं जिम्मेदारों का
श्री सोनी ने बताया कि कोरोना वायरस संक्रमण को बढ़ने से रोकने के लिए जागरूकता अपनाने के बावजूद भी जिम्मेदार कोई सरोकार नहीं रख रहे हैं। लापरवाही का आलम यह है कि चिट्ठी में दर्ज मोबाइल नंबर तक सही से रजिस्टर में लिख नहीं कर पा रहे हैं। रिपोर्ट लेने जाते हैं तो दी नहीं जाती है और कहा जाता है कि घर पर आएगी लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं हुआ। इतने दिन में तो संक्रमण और अधिक बढ़ जाता है।
दिखवाते हैं मामले को
संक्रमित होने के बावजूद भी उपचार नहीं हुआ है, यह ठीक नहीं है। इस मामले में कहां गड़बड़ हुई है, दिखवाते हैं संबंधित पर कार्रवाई की जाएगी।
🔲 डॉ. प्रभाकर ननावरे, सीएमएचओ जिला चिकित्सालय रतलाम