नारी सब कर सकती है, मगर अलग है सशक्तिकरण के मायने : पद्मश्री डॉ. लीला जोशी
इनरव्हील क्लब गोल्ड ने किया शख्सियतों का सम्मान
हरमुद्दा
रतलाम, 10 फरवरी। महिला सशक्तिकरण का अर्थ यह नहीं है कि जो कार्य पुरुष करते हैं, वही कार्य महिलाएं करें। सशक्तिकरण के मायने अलग है नारी सब कर सकती है।
यह बात इनरव्हील क्लब रतलाम गोल्ड द्वारा फ्रीगंज क्षेत्र स्थित होटल में आयोजित सम्मान समारोह के दौरान पद्मश्री डॉ. लीला जोशी ने कही।
उन्होंने कहा कि मां की गर्भ में जो शिशु रहता है, वह गर्भ के दौरान मां की हर चीज ग्रहण करता है। अतः प्रत्येक महिला को अपनी गर्भावस्था में गर्भस्थ शिशु से प्रतिदिन 10 मिनट पॉजिटिव सोच की बातें करना चाहिए, जिससे आने वाली नई नस्ल की सोच बदल सकती है।
इनका किया सम्मान
इनरव्हील क्लब गोल्ड द्वारा महिला बाल विकास पर्यवेक्षक एहतेशाम अंसारी, महिला रोग विशेषज्ञ डॉ. शेफाली शाह, डॉ. नेहा सराफ, पद्मश्री लीला जोशी, फोटोजर्नलिस्ट राकेश पोरवाल को तुलसी का पौधा तथा स्मृति चिह्न देकर सम्मानित किया गया। क्लब अध्यक्ष संगीता दरडा व सचिव सीमा बोथरा ने बताया कि क्लब की डिस्ट्रिक्ट चेयरमैन शशि गुप्ता ने सभी हस्तियों को सम्मानित किया।
यह थे मौजूद
क्लब की ज्योति छजलानी , सीमा खंडेलवाल, मनमिन वेद, अर्चना झालानी, हेमलता मालपानी, रेखा अग्रवाल, नेता भंडारी, पीडीसी राजकुमारी पिरोदिया, पुष्पा सेठिया, सुनीता मूणत, अमिता डांगी सहित क्लब सदस्य मौजूद थे। आभार सचिव सीमा बोथरा ने माना ।