गड़बड़ झाला, शासकीय भूमि का विक्रय निजी को : दिव्‍यांग दम्‍पत्ति ने ग्राम पंचायत से लेकर कलेक्‍टर को लगाई गुहार

🔲 नहीं हो रही कोई सुनवाई

🔲 फिर मिला निराकरण करने का आश्‍वासन

हरमुद्दा
पिपलौदा, 24 फरवरी। जनपद क्षेत्र के ग्राम उपरवाड़ा में शासकीय भूमि का विक्रय निजी व्‍यक्ति द्वारा किए जाने का प्रकरण सामने आया है। इस मामले को लेकर ग्राम का एक दिव्‍यांग दम्‍पत्ति ने ग्राम पंचायत से लेकर कलेक्‍टर को गुहार लगाई है, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है।

वर्तमान में दिव्‍यांग ने कलेक्‍टर को जनसुवाई में फिर से आवेदन दिया है, मामले को एक माह की अवधि में निराकरण किए जाने का आश्‍वासन दिया गया है।

यह है मामला

ग्राम उपरवाड़ा में एक मुख्‍य चौराहे पर लंबे समय से कुछ लोग गुमटी स्‍थापित कर व्‍यवसाय कर रहे थे। वर्ष 1998 में पंचायत ने स्‍थपित गुमटियों की भूमि संबंधित को दिए जाने का नोटिस जारी किया तथा 2001 में ग्राम पंचायत ने कुल 7 गुमटियों के लिए 7500 प्रति गुमटी के मान से 9 बॉय 25 फीट की भूमि स्‍थाई निर्माण के लिए अनुमति प्रदान कर दी। इसके लिए विधिवत ठहराव प्रस्‍ताव किया गया। वर्ष 2015 में इन सभी को अतिक्रमण हटाने का नोटिस जारी कर गुमटियों को हटा दिया गया।

शिकायत की, मगर नहीं हुई सुनवाई

गत वर्ष लॉकडाउन के चलते इनमें से एक गुमटीधारी रामगोपाल पिता गणेशराम शर्मा ने ईश्‍वरलाल व आनंदीलाल पाटीदार को 75 हजार रुपए में 30 बॉय 20 भूमि का विक्रय कर रजिस्‍ट्री भी करवा दी। इसको लेकर ग्राम के ही शंभुलाल पिता प्रभुलाल कुलंबी पहले लंबे समय से पंचायत द्वारा आवंटित भूमि पर गुमटी स्‍थापित किए जाने की अनुमति प्रदान किए जाने को लेकर तथा वर्तमान में अवैधानिक रजिस्‍ट्री को लेकर ग्राम पंचायत से कलेक्‍टर तक शिकायत, सीएम हेल्‍पलाइन तथा जनसुनवाई में आवेदन दे चुका है, लेकिन कोई सुनवाई फिलहाल नहीं हो सकी है।

दोनों है दिव्यांग, मदद के लिए प्रदेश विकलांग मंच ने भी दिया ज्ञापन

शंभुलाल तथा उसकी पत्‍नी दोनों दिव्‍यांग है तथा अपने व्‍यवासय के लिए परेशान हो रहे हैं। इसके लिए लगातार अधिकारियों से गुहार लगा रहे हैं, लेकिन इनकी सुनवाई नहीं हो रही है। दिव्‍यांग दम्‍पत्ति को उनका अधिकार दिलाने के लिए प्रदेश विकलांग मंच की रतलाम जिला शाखा ने तहसीलदार जावरा को ज्ञापन सौंप कर न्‍याय प्रदान किए जाने की मांग की है।

शासन की ओर से मिलना चाहिए विशेष लाभ

मंच के जिलाध्‍यक्ष राजेश परमार, आशीष मेहरू, भेरूलाल विश्‍वकर्मा,लक्ष्‍मणसिंह निनामा, छगनलाल पारगी, ईश्‍वरलाल वर्मा ने हरमुद्दा को बताया कि दिव्‍यांग अधिनियम के अनुसार दिव्‍यांगों को शासन की ओर से विशेष लाभ मिलना चाहिए, लेकिन यहां तो पंचायत ने दिव्‍यांग को बेरोजगार कर उसके हक की भूमि को अन्‍य व्‍यक्ति को सौंप कर ग‍लत तरीके से विक्रय कर दी है। यह व्‍यक्ति अपना निर्माण भी कर रहे हैं, जिसे रुकवाने के लिए दिव्‍यांग गुहार लगा रहा है तो कोई सुनवाई नहीं हो रही है। यदि समय रहते अधिकारियों ने ध्‍यान नहीं दिया तो मंच के पदाधिकारी भूख हड़ताल करेंगे।

अवैध रूप से खरीदने वाले कर रहे हैं अब निर्माण

शंभुलाल तथा उसकी पत्‍नी आनंदीबाई ने बताया कि शासकीय भूमि को अवैध तरीके से विक्रय करने वाला रामगोपाल शर्मा भूमि को बेंच कर रतलाम जा चुके हैं। अब वे गांव में भी नहीं रहते हैं, इससे जिन व्‍यक्तियों को उसने भूमि का अवैधानिक विक्रय किया है, वह निर्माण कर रहे हैं। इसे रुकवाने के‍ लिए पंचायत, अनुविभागीय अधिकारी जावरा तथा कलेक्‍टर को आवेदन दिए हैं, लेकिन कार्रवाई नहीं हो रही है।

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