देश सेवा के लिए विद्यार्थी निस्वार्थ भाव से आगे आएं : डॉ. आरके विजय
🔲 राष्ट्रीय सेवा योजना का जिला स्तरीय अभिमुखीकरण कार्यक्रम
हरमुद्दा
रतलाम, 13 मार्च। विद्यार्थी देश सेवा के लिए निःस्वार्थ भाव से आगे आए और कार्यक्रम अधिकारियों से जुड़े। राष्ट्रीय सेवा योजना से राष्ट्रीय भावना एवं चरित्र का निर्माण होता है। यह बात राष्ट्रीय सेवा योजना राज्य अधिकारी डॉ. आरके विजय ने कहीं।
डॉ. विजय शासकीय कला एवं विज्ञान महाविद्यालय रतलाम में राष्ट्रीय सेवा योजना का जिला स्तरीय अभिमुखीकरण कार्यक्रम में मौजूद थे। कर्यक्रम में राष्ट्रीय सेवा योजना कार्यक्रम समन्वयक विक्रम विश्वविद्यालय, महर्षी पाणिनी संस्कृत विश्वविद्यालय कुलसचिव उज्जैन एवं उच्च शिक्षा मंत्री मोहन यादव के विशेष कर्तव्यस्थ अधिकारी डॉ. प्रशांत पुराणिक, राष्ट्रीय सेवा योजना कार्यक्रम अधिकारी उज्जैन अजय शर्मा मौजूद थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता महाविद्यालय के प्राचार्य ने संजय वाते ने की।
मैं नहीं हम की भावना का होता विकास : श्री शर्मा
श्री शर्मा ने कहा कि राष्ट्रीय सेवा योजना से मै नहीं हम की भावना का विकास होता है और वसुदेव कुटुंबकम की भावना से ओतप्रोत होकर कार्य करने की भावना का विकास होता है।
डॉ. पुराणिक ने राष्ट्रीय सेवा योजना की महत्ता को बताते हुए इससे प्राप्त होने वाले पुरस्कारों के बारे में अवगत कराया।
प्राचार्य डॉ. वाते ने कहा कि राष्ट्रीय सेवा योजना वह माध्यम है जिससे विद्यार्थियों का शारीरिक, मानसिक एवं बौद्धिक विकास होता है।
किया अतिथियों का स्वागत
कार्यक्रम का शुभारंभ मां सरस्वती और स्वामी विवेकानंद के चित्र पर माल्यार्पण कर किया गया। अतिथियों का स्वागत पुष्प माला और राष्ट्रीय सेवा योजना बेज लगाकर किया गया। डॉ. एसएस मौर्य ने एनएसएस की नियमित गतिविधि एवं शिविरों केे बारे में बताया।
यह थे मौजूद
इस अवसर पर शासकीय कन्या महाविद्यालय रतलाम की कार्यक्रम अधिकारी डॉ. अनामिका सारस्वत, डॉ. नीलोफर खामोशी, शासकीय वाणिज्य महाविद्यालय रतलाम के कार्यक्रम अधिकारी डॉ. किशोर सिंह डावर, शासकीय भगत सिंह महाविद्यालय जावरा के कार्यक्रम अधिकारी डॉ. बीएस किराडे, उत्कृष्ट विद्यालय के कार्यक्रम अधिकारी डॉ बघेल, शासकीय कला एवं विज्ञान महाविद्यालय रतलाम के कार्यक्रम अधिकारी प्रो. मुकेश इवने और बड़ी संख्या में स्वयंसेवक उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन डॉ. ललिता मरमट ने किया। आभार कार्यक्रम अधिकारी डॉ. गोपाल सिंह खराड़ी ने माना।