41 पार तापमान में “जॉय फुल लर्निंग” कैसे होगी, स्कूलों के समय में परिवर्तन के लिए 31 मार्च तक इंतजार

हरमुद्दा
रतलाम, 30 मार्च। नए शिक्षण सत्र की शुरुआत एक अप्रैल से हो रही है लेकिन सूरज ने आंखे तरेरी है। तापमान 41 के पार है। इसके चलते भरी दोपहरी में बच्चों को स्कूल में रहना काफी मुश्किल भरा होगा। ऐसे में जिला प्रशासन ने फिलवक्त कोई निर्णय नहीं लिया है। इसके लिए 31 मार्च तक इंतजार करना होगा।
उल्लेखनीय है कि जिले के प्राथमिक और माध्यमिक विद्यालयों में नवीन शिक्षण सत्र में विद्यार्थियों को “जॉय फुल लर्निंग” पद्धति से पढ़ाया जाएगा। अब मुद्दा यह है कि अभी तो मार्च में गर्मी सर चढ़कर बोल रही है। सभी हाल बेहाल है। ऐसे में नोनिहालों का क्या हाल होगा?यह सोचकर ही सर भन्नाने लगता है। “जॉय फुल लर्निंग” कैसे संभव होगा?
ऐसा हुआ है वहां
सीहोर और शाजापुर कलेक्टर ने अपने-अपने जिले में नवीन शिक्षण सत्र में स्कूलों का समय बदल दिया है। उज्जैन संभाग के शाजापुर में भी स्कूलों के समय परिवर्तन कर दिया है। शनिवार को ही शाजापुर कलेक्टर श्रीकांत बनोठ ने जिले में गर्मी की अधिकता एवं पेयजल की स्थिति को दृष्टिगत रखते हुए जिले की समस्त शासकीय एवं अशासकीय शिक्षण संस्थाएं कक्षा एक से 12 वीं तक जिसमें (सीबीएसई एवं आईसीएसई सहित) शामिल है। अब 30 अप्रैल तक समस्त शालाएं संचालित करने का समय प्रातः 7.30 बजे से दोपहर 12.30 बजे तक रहेगा।
दो पाली में केवल 15 स्कूल
जिले में शासकीय प्राथमिक से लेकर हायरसेकंडरी स्कूलों की संख्या लगभग 2500 है। इनमें से केवल 15 स्कूल ही ऐसे जो दो पाली में चलते है।
31 तक होगा निर्णय
जिले में कई स्कूलों का संचालन दो पालियों में हो रहा है। दोनों को एक पाली में किया जाएगा। इसे लेकर शिक्षा विभाग से सूची मंगवाई है। 31 मार्च को समय परिवर्तन का निर्णय होगा। :: रुचिका चौहान, कलेक्टर

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